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दोस्तों की भीड़ में परख हो भरोसेमंद मित्र की

06:49 AM Jul 30, 2024 IST

सच्चा और हमदर्द मित्र होना जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होता है। यूं तो आजकल सभी के पास ऑनलाइन व ऑफलाइन फ्रेंड्स की भरमार है लेकिन उनमें कई टॉक्सिक प्रवृत्ति के होते हैं। फ्रेंड सर्कल में मौजूद भीड़ में से सच्चे दोस्तों को परखना आपको आना ही चाहिये। मायने उसी मित्रता के है कि दोस्त भरोसमंद, हितचिंतक और संकट में साथ देने वाला हो।

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अलका ‘सोनी’
जब एक शख्स किसी दूसरे शख्स से मिलता है, संवाद करता है तो उसके विचार और व्यवहार से प्रभावित होकर उससे दोस्ती कर लेता है। ये दोस्ती विश्वास पर टिकी होती है। एक सच्चा दोस्त हमेशा आपको सही सलाह देता है, आपकी फ्रिक करता है और आपकी खुशियों में खुश होता है। आज के दौर में लोगों के पास कई दोस्त होते हैं। कुछ दोस्त सोशल मीडिया पर भी बनते हैं। लेकिन दोस्तों की इस भीड़ में से कौन-सा दोस्त आपका भला चाहता है और कौन दोस्त होने का दिखावा कर रहा होता है यह भी जानना जरूरी है। क्योंकि ऐसे टॉक्सिक दोस्त आपको कभी भी नुकसान पहुंचाने से नहीं चूकते। इसलिए अच्छे दोस्तों के साथ ही टॉक्सिक दोस्त की पहचान रखने की नजर होनी चाहिए आपमें। टॉक्सिक यानि जहरीला। ऐसे दोस्त आपके आसपास रहकर आपके मन की बातों को जान कर उसका फायदा उठाने से कभी नहीं चूकते। ऐसे में मित्र की परख जरूरी है।


मित्रता दिवस सामने है। आप अपने दोस्तों से खुलकर स्नेह का इजहार करें। उन्हें जताएं कि वह आपके लिए कितने महत्वपूर्ण हैं। लेकिन अपने आप को नुकसान पहुंचाए बिना। आपको अपने हर एक मित्र की पहचान जरूर होनी चाहिए। क्योंकि आप अपना काफी समय उनके साथ बिताते हैं। अपने मन की हर बात भी उनसे साझा करते हैं। कई बार तो घर वालों को जो बात पता नहीं होती उसे भी आपके मित्र जान रहे होते हैं। इसलिए यहां थोड़ा सावधान रहने की भी जरूरत है। जानिये, ऐसे मित्रों की पहचान कैसे करें और उनसे खुद को कैसे बचाएं।
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मित्र के सपनों से न हो सरोकार
यह सच है कि टॉक्सिक दोस्त की पहचान आसान नहीं है। क्योंकि वह दोस्ती की आड़ लेकर हमारे साथ ही चल रहा होता है। लेकिन कुछ बातों पर ध्यान दें तो यह इतना मुश्किल भी नहीं होता। जब कोई ऐसा व्यक्ति जिसे आप अपना सबसे अच्छा दोस्त मान रहे होते हैं वह कभी भी आपके काम की सराहना नहीं करता। तब मान लीजिए कि अगर वे अभी आपकी सराहना नहीं कर रहे हैं, तो वे बाद में भी आपकी सराहना नहीं करेंगे। उन्हें आपके सपनों और लक्ष्यों से कोई मतलब नहीं है। वहीं वे आपको असफल होते देखना पसंद करते हैं। ऐसे दोस्तों से सावधान रहने की जरूरत होती है।
आपकी जगह दूसरों को प्रायोरिटी
ऐसा कई बार होता है कि आप किसी को अपनी तरफ से दोस्त माने जा रहे होते हैं लेकिन उसके मन में वैसे कोई फीलिंग नहीं होती आपके लिए। वह बस दोस्त होने का दिखावा कर रहा होता है। आपको इग्नोर करने के लिए आपका ‘दोस्त’आपके साथ समय नहीं बिताता लेकिन आप उसे हर समय दूसरे लोगों के साथ घूमते हुए देखते हैं। वह कभी आपसे मिलने की कोशिश भी नहीं करता। वह आपको तभी बुलाते हैं जब वे चाहते हैं। ज़रूरत पड़ने पर आप उसे अपने पास नहीं पाते हैं।


दोस्त की समस्या से बेरुखी
टॉक्सिक मित्रों की एक और पहचान यह है कि उनके लिए आपकी बातों, राय या समस्या की कोई कीमत नहीं होती है। ऐसे मित्र आपकी समस्या नहीं सुनते और न ही उन्हें दूर करने में आपकी मदद करते हैं। इसके उलट वे आपकी पीठ पीछे उसके बारे में दूसरों से बातें करते हैं। आपका मजाक उड़ाया करते हैं। इसलिए आपकी दोस्ती में जब भी ऐसा महसूस करें, सतर्क हो जाएं।
जरूरी बातें छिपाने वाला
आपने कई बार ऐसे लोग देखे होंगे जो दोस्त कहकर आपसे तो अपने मतलब की सारी जानकारी हासिल कर लेते हैं लेकिन खुद मौका पड़ने पर आपके साथ कोई बात शेयर नहीं करते। ऐसे दोस्त आपके प्रोफेशन से जुड़ी जानकारी भी आपको देने से हिचकिचाते हैं। अगर आपको अपने दोस्त के अंदर यह बात नजर आती है तो उससे सावधान हो जाएं। ऐसे लोगों को लगता है कि कहीं आप उससे आगे न निकल जाएं तो उनका क्या होगा। अगर आपका दोस्त भी ऐसा ही सोचता है तो फिर वह दोस्त किस बात का हुआ।
क्रेडिट खुद लेने में आगे
दोस्तों के बीच किसी तरह का दिखावा नहीं होना चाहिए। लेकिन कई बार कुछ दोस्तों में ऐसी आदत होती है कि वे कुछ भी अच्छा होता है तो उसका क्रेडिट लेने खुद आगे पहुंच जाते हैं। जबकि सच्चे मित्र मदद करके वाहवाही लूटना नहीं चाहते। ‘मेरी वजह से हुआ, मैं नहीं होता तो सोचो क्या होता।’ करना मतलबी होने की पहचान होती है। ऐसे मतलबी दोस्त से दूरी बनाकर रखने में ही भलाई है।
बॉडी शेमिंग
दोस्ती मन से होती है, शरीर से नहीं। इसलिए इसमें यह मायने नहीं रखता है कि आपका दोस्त कैसा दिखता है। वह मोटा है ,पतला है ,खूबसूरत है या बदसूरत है। इन बातों के लिए दोस्ती में कोई जगह नहीं होती। लेकिन अगर आपका दोस्त आपकी बॉडी को लेकर कोई तंज कस रहा है यानी बॉडी शेमिंग कर रहा है तो फिर ऐसे दोस्तों से अलर्ट हो जाना चाहिए। क्योंकि ऐसे दोस्तों का एक मात्र लक्ष्य आपको नीचा दिखाना ही होता है। वह हर मामले में खुद को बेहतर साबित करना चाहता है। उसके लिए आपकी फीलिंग कोई मतलब नहीं रखती।
हमेशा रहें सजग
केवल उन्हीं बातों को अपने दोस्तों को बताएं जिनके कभी सार्वजनिक हो जाने से भी आपको कोई खतरा न हो। कभी भी अपनी बिल्कुल व्यक्तिगत बातें अपने दोस्तों को न बताएं। जिन दोस्तों की दोस्ती पर आपको जरा भी शक हो उन्हें कुछ भी बताने से पहले सौ बार सोचें। क्योंकि ऐसे टॉक्सिक दोस्त केवल आपके भोलेपन का फायदा उठा रहे होते हैं। वे मित्रता का दिखावा कर आपसे सब कुछ जानकर फिर उन्हें आपके खिलाफ ही इस्तेमाल करने वाले होते हैं। सच्चे मित्र अनमोल होते हैं लेकिन मित्रता की खाल ओढ़े टॉक्सिक दोस्त बेहद खतरनाक। यह बात आपको दोस्ती करते समय जरूर ध्यान रखनी चाहिए।

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