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2014 में 105 गांवों में ही सप्लाई होती थी 24 घंटे बिजली, अब 5816 में हो रही

08:45 AM Jul 19, 2024 IST
2014 में 105 गांवों में ही सप्लाई होती थी 24 घंटे बिजली  अब 5816 में हो रही
नयी दिल्ली में बृहस्पतिवार को डीजीपी शत्रुजीत कपूर की पुस्तक का लोकार्पण करते केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल। साथ हैं, दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस डीके शर्मा।
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चंडीगढ़, 18 जुलाई (ट्रिन्यू)
हरियाणा के बिजली निगमों को कर्ज और घाटे से बाहर निकालने में पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर और प्रदेश के डीजीपी शत्रुजीत कपूर की अहम भूमिका रही है। लम्बे समय तक बिजली कंपनियों के सीएमडी रहे शत्रुजीत कपूर ने बिजली कंपनियों में हुए सुधार और कामयाबी की कहानी अपनी पुस्तक - ‘वायर्ड फॉर सक्सेस’ में दर्ज की है। इस पुस्तक का बृहस्पतिवार को नई दिल्ली स्थित महाराष्ट्र भवन में केंद्रीय बिजली व शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने लोकार्पण किया।
करीब साढ़े नौ वर्षों तक हरियाणा के सीएम रहे मनोहर लाल ने अपने पहले कार्यकाल में बिजली विभाग अपने पास ही रखा हुआ था। उस समय उन्होंने नया प्रयोग करते हुए आईपीएस शत्रुजीत कपूर को बिजली कंपनियों का सीएमडी और चेयरमैन नियुक्त किया। बिजली निगमों के घाटे और कर्ज को कम करने के लिए मनोहर सरकार ने पहले कार्यकाल में ही केंद्र सरकार की ‘उदय’ योजना को अपनाने का फैसला लिया।
इसके तहत बिजली निगमों का 28 हजार करोड़ के लगभग का कर्जा सरकार ने अपने सिर पर लिया। साथ ही, गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति के लिए ‘म्हारा गांव-जगमग गांव’ योजना की शुरुआत की। 2014 में जब भाजपा सत्ता में आई तो राज्य के 105 गांवों में 24 घंटे आपूर्ति होती थी। इस योजना के बाद अब राज्य के 5816 गांवों के लोग 24 घंटे बिजली आपूर्ति का लाभ ले रहे हैं। इस योजना के जरिये निगम 7 हजार करोड़ रुपये के लगभग के बकाया बिल की रिकवरी करने में भी कामयाब रहे हैं।
पुस्तक लोकार्पण के मौके पर दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस डीके शर्मा भी मौजूद रहे। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस पुस्तक का समाज के सभी वर्गों व अन्य राज्यों के बिजली वितरण निगमों को भी बड़े पैमाने पर लाभ होगा। पुराने अनुभव साझा करते हुए मनोहर लाल ने कहा, 2014 में जब मैंने मुख्यमंत्री का कार्यभार संभाला तो हरियाणा में बिजली कंपनियों की स्थिति अत्यंत दयनीय थी। पुराने बिजली बिल भरवाने के लिए कोई योजना नहीं थी। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली बिल न भरना लगभग एक प्रथा बन गई थी, लेकिन हमने इस व्यवस्था को बदल दिया।
उन्होंने बताया कि हरियाणा में बिजली कंपनियों को घाटे से उबारने और मुनाफे में लाने के लिए 2016 में उदय योजना के तहत व्यापक सुधार के कदम उठाए गए। इस दिशा में राज्य के वरिष्ठ अधिकारी शत्रुजीत कपूर को अहम जिम्मेदारी सौंपी गई। उनके कुशल नेतृत्व में हरियाणा की दोनों बिजली कंपनियों ने निर्धारित लक्ष्य से दो वर्ष पहले ही लाभ अर्जित कर लिया।
मनोहर लाल ने कहा कि ‘वायर्ड फॉर सक्सेस’ पुस्तक हरियाणा बिजली वितरण कंपनियों की अभूतपूर्व कहानी पर आधारित है। उन्होंने मंच से श्रीमद्भगवतगीता के श्लोक का उच्चारण करते हुए कहा ‘कर्मण्येवाधिकारस्ते मां फलेशु कदाचन’ यानी हमारा अधिकार केवल कर्म करने का है, फल की चिंता करना हमारा काम नहीं है। हमारे कर्मों ने ही हरियाणा को बिजली सुधार के क्षेत्र में अग्रणी बनाया है।

प्रशिक्षण केंद्रों में पढ़ाई जाएगी पुस्तक

इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने केंद्रीय उपक्रमों तथा प्रशिक्षण संस्थानों से आग्रह किया कि वे हरियाणा के इन सफल प्रयोगों का अध्ययन करें और इस पुस्तक में दी गई बेस्ट प्रेक्टिसेज को सार्वजनिक तथा केंद्र सरकार के प्रशिक्षण केंद्रों में पढ़ाया जाए ताकि भविष्य में उन्हें इनका लाभ मिल सके। उन्होंने पुस्तक के प्रकाशक को सुझाव दिया कि इसका अनुवाद हिंदी व अन्य भाषाओं में भी किया जाए ताकि हर कोई इसका लाभ उठा सके।

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बदल गया वर्क कल्चर : कपूर

पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा बिजली निगमों को न केवल सफलता की नई ऊंचाइयां मिली बल्कि लाइन लॉस में रिकॉर्ड कमी दर्ज की। इसके परिणामस्वरूप दोनों वितरण कंपनियां – दक्षिण व उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम मुनाफे में आईं। कपूर 2016 में बिजली निगमों के सीएमडी नियुक्त हुए थे। उनका कहना है कि इस कामयाबी को हासिल करने के लिए वर्क कल्चर को बदला गया। मैरिट बेस्ड ट्रांसफर पॉलिसी बनाई और उसे सख्ती से लागू किया। बिजली चोरी को रोकने के लिए एक नई एसओपी बनाई और उसे प्रभावी तरीके से लागू कर बिजली चोरी रोकने में बड़ी सफलता हासिल की।

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