आईआईटी बॉम्बे ने विद्यार्थियों पर लगाया जुर्माना
मुंबई, 20 जून (एजेंसी)
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), बॉम्बे ने भगवान राम का कथित रूप से उपहास एवं ‘रामायण’ की खराब छवि प्रस्तुत करने वाले एक नाटक का मंचन करने को लेकर आठ विद्यार्थियों पर 1.2 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया गया है। इन विद्यार्थियों के एक सहपाठी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। इन विद्यार्थियों ने मंचन कला उत्सव (पीएएफ) के तहत इस साल 31 मार्च को ‘राहोवन’ नामक नाटक का मंचन किया था।
संस्थान के स्नातकोत्तर कक्षा के एक विद्यार्थी ने कहा, ‘जिस नाटक का मंचन किया गया, उसमें भगवान राम का उपहास किया गया और रामायण को अश्लील एवं अपमानजनक तरीके से पेश किया गया।’ अपनी पहचान उजागर करने से इनकार करने वाला यह छात्र उन विद्यार्थियों के समूह का हिस्सा है जिसने प्रशासन से इस नाटक के खिलाफ शिकायत की। आईआईटी (बॉम्बे) में ‘अंबेडकर पेरियार फुले स्टडी सर्किल (एपीपीएससी)’ नामक संस्था से जुड़े एक अन्य छात्र ने भी इसकी पुष्टि की कि इस नाटक का मंचन करने पर विद्यार्थियों पर जुर्माना लगाया गया है। एपीपीएससी वामपंथी रुझान वाला छात्र संगठन है।
छात्र ने कहा, ‘शिकायत के बाद आठ विद्यार्थियों में प्रत्येक पर 40,000 रुपये से लेकर 1,20,000 रुपये तक का जुर्माना लगाया गया। विद्यार्थियों को 30 जुलाई तक जुर्माना भरना होगा। आईआईटी, बॉम्बे ने इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। सोशल मीडिया मंच एक्स पर ‘एट आईआईटीबीफोरभारत’ नामक एक एकाउंट से 19 जून को पोस्ट किया गया,‘अपमानजनक तरीके से रामायण को प्रस्तुत करने वाले नाटक ‘राहोवन’ के मंचन में शामिल लोगों के खिलाफ आईआईटी, बॉम्बे प्रशासन द्वारा की गयी अनुशानात्मक कार्रवाई का हम स्वागत करते हैं। ...इस कृत्य एवं आपत्तिजनक पीएएफ कार्यक्रम के सिलसिले में एट आईआईटीबॉम्बे समुदाय आईआईटी प्रशासन से एक माफीनामे की उम्मीद करता है।’ सूत्रों के मुताबिक दो भिन्न जुर्माने लगाये गये हैं, एक उन विद्यार्थियों के लिए है जो जुलाई में उत्तीर्ण होकर संस्थान से जा रहे हैं और दूसरा उनके लिए है जो नियमित विद्यार्थी हैं।