पुल नहीं तो वोट भी नहीं
सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर,27 अगस्त
लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने वाले यमुनानगर जिला के घोड़ों पीपली व टापू माजरी के लोगों ने इस बार विधानसभा चुनाव के भी बहिष्कार का ऐलान किया है। लोगों का कहना है कि यमुना नदी पर पुल की उनकी वर्षों पुरानी मांग को पूरा नहीं किया जा रहा। इसको लेकर ग्रामीणों ने मंगलवार को यमुनानगर के उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार से मुलाकात की। उन्होंने राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी भेजा। उपायुक्त ने उन्हें मुख्यमंत्री से बातचीत कर अब तक हुई कार्यवाही से अवगत करवाने का आश्वासन दिया है।
गांव टापू माजरी और घोड़ाें पीपली के लोगों को शहर आने-जाने के लिए यूपी के रास्ते होकर लगभग 40 किलोमीटर घूमना पड़ता है या यमुना नदी में नाव के माध्यम से आना पड़ता है। लगभग दस गांव ऐसे हैं, जहां के लोगों को अपने खेतों में जाकर अन्य कामों के लिए यमुना पार जाना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया की पुल की मांग बहुत
पुरानी है।
इन लोगों ने बताया की इस क्षेत्र के लगभग दस गांवों को जाने का एकमात्र रास्ता यमुना से निकलता है और जो रास्ता प्रशासन की ओर से बनाया गया है वह उन्हें बहुत दूर पड़ता है। लोगों का कहना है कि तीन किलोमीटर की दूरी के लिए 40 किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ती है। पढ़ने वाले बच्चों को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है और गांव की लड़कियां तो इसीलिए पढ़ ही नहीं पाती हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि इसके बारे में कई बार आवाज उठा चुके हैं। क्षेत्र के मंत्री, विधायक व प्रशासनिक अधिकारियों से भी मिल चुके हैं, लेकिन आज तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है। अब उनके सब्र का बांध टूट चुका है और आज पंचायत कर लोगों ने निर्णय लिया है कि वह आने वाले चुनाव का बहिष्कार करेंगे। यमुनानगर के टापू माजरी, घोड़ों पीपली गांव के लोगों ने बताया कि उनके साथ 10-12 अन्य गांवों के लोगों ने भी इस बहिष्कार में शामिल होने का फैसला लिया है।