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नकली खाद-बीज बेचते मिले तो तुरंत होगी एफआईआर

10:21 AM Nov 05, 2024 IST
पानीपत में डीसी वीरेंद्र कुमार दहिया से मिलकर जिला सचिवालय से बाहर आते हुए किसान नेता। -हप्र

पानीपत, 4 नवंबर (हप्र)
भारतीय किसान यूनियन सहित कई संगठनों के प्रतिनिधियों ने किसानों के सामने जिला में पीआर धान की पेमेंट में देरी, गेहूं बिजाई के लिये डीएपी खाद की कमी व पराली जलाने वाली घटनाओं पर केस दर्ज करवाने आदि मामलों को लेकर सोमवार को जिला सचिवालय में उपायुक्त डा. वीरेंद्र कुमार दहिया से उनके कार्यालय में आधा घंटे से ज्यादा समय तक मीटिंग की। बैठक में एसकेएम के जिला प्रधान जयकरण कादियान, पानीपत किसान भवन के प्रधान सूरजभान रावल, किसान नेता हरेंद्र राणा, भाकियू के पूर्व जिला प्रधान चूहड़ सिंह रावल व सुखबीर आट्टा और ब्लाक प्रधान काला आदि किसान नेताओं ने उपायुक्त को बताया कि जिला की मंडियों में पीआर धान का उठान समय पर नहीं होने से किसानों को पेमेंट नहीं मिल रही है। जिस पर उपायुक्त दहिया ने खरीद एजेंसियों के अधिकारियों को पीआर धान के उठान में तेजी लाने के सख्त निर्देश दिये गये और किसानों को भरोसा दिया कि कुछ ही दिनों में उठान की समस्या का पूरा समाधान हो जाएगा। वहीं किसान नेताओं ने बताया कि गेहूं की बिजाई को लेकर डीएपी खाद की भारी कमी है और गेहूं बिजाई का सीजन पीक पर है। जिस पर डीसी दहिया ने आश्वासन दिया कि डीएपी खाद की कमी नहीं आने दी जाएगी। इस दौरान किसानों ने आरोप लगाया कि कुछ प्राइवेट खाद व बीज की दुकानों के संचालक किसानों को नकली खाद व बीज बेच रहे है, जिस पर डीसी दहिया ने कहा कि कोई भी खाद व बीज की दुकान संचालक ऐसा करता मिलेगा तो उसके खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। डीसी ने कृषि विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में खाद व बीज की दुकानों का निरीक्षण करने के निर्देश भी दिये गये। वहीं किसान नेताओं ने कहा कि किसानों को हर गांव में धान के अवशेषों का प्रबंधन करने के लिये कृषि विभाग द्वारा पर्याप्त संख्या में संसाधन उपलब्ध करवाये जाये ताकि कोई भी किसान पराली न जलाये। उपायुक्त से मीटिंग के उपरांत किसान नेता सूरजभान रावल ने बताया कि डीसी दहिया से साकारात्मक माहौल में आधे घंटे से ज्यादा बातचीत हुई है और उपायुक्त ने किसानों की इन समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया है। यदि जल्द ही समाधान नहीं हुआ तो शुक्रवार को किसान फिर से बैठक करके आगामी कार्रवाई का फैसला लेंगे। डीसी से मीटिंग के दौरान करीब 40 किसान नेता एवं किसान मौजूद रहे।

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