किसानों को प्रताड़ित किया तो भाकियू सड़कों पर उतरकर करेगी आंदोलन : विक्रम कसाना
कैथल, 23 अक्तूबर (हप्र)
भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना ने मौजूदा भाजपा सरकार को किसान विरोधी करार देते हुए कहा कि धरतीपुत्र किसानों द्वारा पराली जलाए जाने पर दो साल तक उसकी फसल एम.एस.पी. पर न खरीदना व एफआईआर दर्ज करना भाजपा सरकार का किसान विरोधी होने का पुख्ता सबूत है। भाकियू सरकार के इस किसान विरोधी तुगलकी फरमान की कड़े शब्दों में निंदा करती है।
उन्होंने कहा कि कर्ज के बोझ तले दबे किसानों के जख्मों पर मरहम लगाने की बजाए सरकार कुर्सी के नशे में मदहोश होकर निरंतर नमक छिड़कने का काम कर रही है जिससे किसानों में भारी रोष है।
ढांड में बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए विक्रम कसाना ने कहा कि हरियाणा के 336 किसान ब्लैकलिस्ट करके उनको दो साल तक मंडियों में अपनी फसल बेचने के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। भाकियू (चढूूनी) सरकार मांग करती है कि जिले में जिन किसानों पर पराली जलाने के आरोप में दर्ज की गई एफआईआर तत्काल प्रभाव से रद्द करने के साथ सरकार द्वारा किसानों के खिलाफ जारी किया गया तुगलकी फरमान भी वापस लिया जाए, नहीं तो भाकियू सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरने पर विवश होगी। उन्होंने किसानों से आह्वान करते हुए कहा कि किसान पराली जलाने से परहेज करें। इस बैठक में जिलाध्यक्ष गुरनाम सिंह फरल, युवा जिलाध्यक्ष विक्रम दुसैण, रणधीर बरसाना, ओमप्रकाश चदंलाना, गुरुमुख फरल, रामपाल मुंदडी, सुभाष बरसाना, भीम खनौदा सहित कई किसान उपस्थित थे।
‘फसलों को औने-पौने दामों पर लूटा’
युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना ने आरोप लगाया कि मंडियों में सरकार व अधिकारियों की सांठगांठ से हर बार किसानों की खून-पसीने की कमाई फसलों को औने-पौने दामों पर लूटा जाता है। इस बारे में सरकार ने कभी ठोस कदम नहीं उठाए और फसलों को कम भाव पर दोनों हाथों से लूटने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की।