लिपिक को 35400 वेतन नहीं तो भाजपा को वोट नहीं
अम्बाला शहर, 1 अगस्त (हप्र)
हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन- हेमसा (सम्बद्ध सर्व कर्मचारी संघ) ने लिपिक के वेतन 35400 की नोटिफिकेशन जारी करने की मांग को लेकर एसडीएम दफ्तर पर प्रदर्शन किया। हेमसा ने चेतावनी दी कि लिपिक को यदि 35400 वेतन नहीं तो फिर भाजपा को वोट भी नहीं।
प्रदर्शन से पहले शिक्षा विभाग ब्लाक अम्बाला-2 में कार्यरत मिनिस्ट्रियल स्टाफ ने ब्लाक प्रधान अजय कनोजिया के नेतृत्व में खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में इकट्ठे होकर भाजपा सरकार की वादाखि़लाफी और हठधर्मिता के खिलाफ बैठक की। हेमसा के ऑडिटर राजेंद्र कुमार व पूर्व महासचिव सतीश सेठी ने अपने संबोधन में कहा कि 35400 की मांग को लेकर हेमसा 12 जुलाई से हड़ताल कर रही है, परंतु सरकार केवल अपने पारिवरिक संगठन बीएमएस से ही बात कर रही है। यह लोकतंत्र में कतई उचित नहीं है। सरकार को लगता है कि वह अपने मित्र संगठन के माध्यम से बीच का कोई रास्ता निकालकर लिपिक वर्ग के आंदोलन को खत्म करवा देगी। हेमसा नेताओं ने दो टूक कहा कि सरकार कान खोलकर सुन ले कि 35400 के अलावा कुछ भी मंजूर नहीं है। यदि ऐसी गलती सरकार ने की तो इसका खमियाजा भाजपा को आने वाले चुनावो में भुगतना होगा।
सेठी ने कहा कि 477 दिन चले कुरुक्षेत्र धरने के बाद ही 25 अगस्त, 2014 को मंत्रिमंडल में फैसला हुआ था। संघर्ष की बदौलत ही भाजपा ने पंजाब के समान वेतनमान की मांग को 2014 के घोषणापत्र में शामिल किया गया। इसी वादे को लागू करवाने के लिए 2014 में पार्टी अध्यक्ष प्रो. राम बिलास शर्मा के महेंद्रगढ़ निवास पर 316 दिन का धरना दिया। इसके बाद फिर भाजपा 2019 में वेतन विसंगति दूर करने का वादा कर संकल्प पत्र लेकर आई। यह सब लिपिक की आज की 35400 की मांग का इतिहास है।
सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान सेवा राम व सहसचिव रविंद्र शर्मा ने कहा कि यह हड़ताल भाजपा सरकार की वादाखिलाफी की ही देन है। यदि 2014 में ही इसे ईमानदारी से लागू कर दिया जाता तो आज यह नौबत न आती। ऊपर से सरकार हड़ताल को कमजोर करने के लिए जो काम नहीं वेतन नही की धमकी दे रही है, कर्मचारी उससे डरने वाले नहीं हैं।
सरकार यदि जनता की परेशानियों को दूर करना चाहती है तो फौरन नोटिफिकेशन जारी कर हड़ताल को खत्म करवाए।
कर्मचारियों को हेमसा के अमित कुमार, सुमन महिला प्रधान, प्रवीण राणा, भावना, ममता, संजीवन लता, मनीष, हरपाल सिंह, जितेंद्र वर्मा ने भी संबोधित किया। इसके अलावा रोडवेज वर्कर यूनियन के राज्य प्रधान इंद्र सिंह बधाना, नगरपालिका कर्मचारी संघ के जिला प्रधान वीरपाल, एसकेएस के वरिष्ठ उप प्रधान महावीर पाई व आॅल हरियाणा पावर काॅरपोरेशन वर्कर्स यूनियन के नेता ने भी आंदोलन का समर्थन किया।