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खूब झेलीं दुश्वारियां, अब यही संदेश... अवैध तरीके से मत जाना परदेस

07:11 AM Aug 28, 2024 IST
जुगराज, गगनप्रीत का फाइल चित्र व (दाएं) स्पेन से अमेरिका जाते वक्त जंगल में फंसे युवक।

अमन सूद/ट्रिन्यू
पटियाला, 27 अगस्त
कई दिनों तक उन्हें भूखा रहना पड़ा। एक बार तो सिर्फ बिस्किट खाकर पूरा हफ्ता गुजारा। रास्ते में उनके फोन और जूते छीन लिए गए। उन्हें नंगे पैर चलना पड़ा और बिना पंखे और खिड़की वाली जगह में सोने को मजबूर होना पड़ा। यह आपबीती है समाना के चार युवकों की। उन्होंने अमेरिका पहुंचने के लिए ‘डंकी रूट’ चुना था। स्पेन में लावारिस छोड़े गए चारों युवक आखिरकार एक अन्य एजेंट को पैसे देकर अमेरिका पहुंच पाए। इसके लिए उनमें से प्रत्येक को 25 लाख रुपये अतिरिक्त खर्च करने पड़े, जबकि 35 लाख रुपये प्रति व्यक्ति वे पहले एजेंट को दे चुके थे। ये चार युवक उन 10 लोगों में शामिल थे जो अमेरिका पहुंचने की जुगत में थे।
पंजाबी युवाओं को अवैध तरीके से विदेश जाने की कोशिश नहीं करने की सलाह देते हुए इन युवकों ने आपबीती सुनाई, ‘हमारे पास न कपड़े थे, न खाना और न ही बिजली। हर दो दिन बाद हमें बताया जाता था कि वीजा परमिट में देरी हो रही है। हम अपने माता-पिता की बदौलत जिंदा बच गए और अमेरिका पहुंच गए।’
पुलिस ने कहा कि गगनप्रीत सिंह, हरविंदर सिंह, जुगराज सिंह और गुरविंदर सिंह के रूप में पहचाने गए चार युवाओं के माता-पिता (शिकायतकर्ता) ने समाना स्थित ट्रैवल एजेंट से संपर्क किया, जिसने कथित तौर पर उन्हें आश्वासन दिया कि वह चारों के लिए अमेरिका में वर्क वीजा सुनिश्चितकरेगा। शिकायतकर्ताओं ने पुलिस को बताया, ‘आरोपी ने कहा कि प्रत्येक से 35 लाख रुपये लेकर दो महीने के भीतर भेज देगा। हमने फरवरी 2023 में आरोपी को 2 लाख रुपये और चार पासपोर्ट सौंप दिए।’ शिकायतकर्ताओं ने अपने बच्चों को अमेरिका में बसाने के लिए जमीन और जेवर तक बेच दिए।

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एजेंट ने बताया यह रूट

पुलिस को दी शिकायत के मुताबिक, ‘आरोपी एजेंट ने बताया कि वह इन युवकों को दिल्ली ले जाएगा, जहां से वे सर्बिया और फिर ऑस्टि्रया जाएंगे। बाद में वे स्पेन पहुंचेंगे, जहां से वह अमेरिका के लिए उनके वर्क वीजा की व्यवस्था करेगा। यह आश्वासन भी दिया गया कि रहने और खाने की व्यवस्था वही करेगा।’ पुलिस को दी गयी शिकायत की प्रति ट्रिब्यून के पास है। बड़ी मुश्किल से एक फोन का इंतजाम हो पाया और लगभग एक महीने बाद उन्होंने माता-पिता से बात की तो असलियत सामने आई।

एेसे धंधेबाजों को छोड़ेंगे नहीं : एसएसपी

पटियाला के एसएसपी नानक सिंह के मुताबिक, ‘स्थिति का पता चलने पर माता-पिता ने आरोपी एजेंट से संपर्क करने की कोशिश की, उसने मिलने से इनकार कर दिया।’ फिर माता-पिता दूसरे एजेंट से मिले जिसने अमेरिका में वर्क वीजा हेतु प्रत्येक लड़के के लिए 25 लाख रुपये मांगे।’ नानक सिंह ने कहा कि जांच में पता चलेगा कि और कितने लोगों को ‘डंकी रूट’ से भेजा गया। उन्होंने कहा, हम मानव तस्करी धंधे से जुड़े किसी भी एजेंट को नहीं छोड़ेंगे।’

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