HMPV Virus : चीन में ‘कोविड जैसा प्रकोप’, जानिए भारत के लिए कितना खतरनाक यह वायरस
चंडीगढ़, 5 जनवरी (ट्रिन्यू)
HMVP Virus : अधिकांश लोग अभी भी कोविड-19 महामारी के नुकसान से उबर नहीं पाए हैं और चीन में एक नए वायरस ने दस्तक दे दी है। कोविड-19 के बाद चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) वायरस का प्रकोप देखने को मिल रहा है, जिससे अस्पतालों में भीड़ बढ़ने की रिपोर्ट्स आ रही हैं।
एचएमपीवी क्या है?
2001 में खोजा गया एचएमपीवी, रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस (आरएसवी) के साथ न्यूमोविरिडे परिवार में आता है। हालांकि, सीरोलॉजिकल अध्ययनों से पता चला है कि यह मनुष्यों में 60 से अधिक वर्षों से मौजूद है और पूरी दुनिया में फैला हुआ है। यह वायरस सभी उम्र के लोगों में ऊपरी और निचले श्वसन रोग का कारण बन सकता है। छोटे बच्चे, बड़े वयस्क और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग ज्यादा प्रभावित होते हैं।
एचएमपीवी के लक्ष्ण
यह एक श्वसन संबंधी वायरस है, जिसके लक्षण सर्दी के समान हैं। यू.एस. रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सी.डी.सी.) के अनुसार, एचएमपीवी से जुड़े लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं। इस वायरस के कारण बच्चों में निमोनिया और 'व्हाइट लंग' जैसी गंभीर समस्याएं भी देखने को मिल रही है।
कैसे फैलता है यह वायरस?
एक्सपर्ट ने कहा कि एचएमपीवी श्वसन बूंदों और लोगों के बीच संपर्क जैसे कि हाथ मिलाना या वायरस से दूषित किसी वस्तु को छूने के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है।
किन लोगों को ज्यादा खतरा
HMPV कोविड-19 के ठीक पांच साल बाद आया है और यह चीन में तेजी से फैल रहा है। कुछ लोग का दावा हैं कि अस्पताल और श्मशान घाटों पर भीड़ बढ़ रही है। वहीं, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एचएमपीवी मामलों में वृद्धि के कारण अचानक मौतों में ख़तरनाक वृद्धि हुई है, जिसमें 40 से 80 वर्ष की आयु के लोग विशेष रूप से प्रभावित हैं।
कैसे करे बचाव?
विशेषज्ञों का सुझाव है कि इस वायरस से बचाव के लिए इम्यूनिटी को स्ट्रांग बनाए। इसके अलावा इससे बचाव के लिए कोरोना जैसे सेफ्टी टिप्स का इस्तेमाल करें।
- मास्क पहनना
- बार-बार हाथ धोना
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाकर रखें
- घर से बाहर आने पर खुद को सैनिटाइज करें
- अपनी डाइट में जितना हो सके हैल्दी चीजों को शामिल करें
एंटीवायरल दवाओं का उपयोग नहीं
विशेषज्ञ एचएमपीवी के लिए एंटीवायरल का उपयोग करने के खिलाफ भी चेतावनी दे रहे हैं। इसके लिए कोई टीका भी उपलब्ध नहीं है। बता दें कि 2023 में नीदरलैंड, ब्रिटेन, फिनलैंड, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, अमेरिका और चीन में एचएमपीवी का पता चला था।
भारतीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा
चीन में कोविड जैसे ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) का प्रकोप होने की खबर के बावजूद, भारतीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।