For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

कृषि में स्वस्थ मृदा का महत्वपूर्ण रोल : वीसी चंदेल

06:31 AM Dec 06, 2024 IST
कृषि में स्वस्थ मृदा का महत्वपूर्ण रोल   वीसी चंदेल
सोलन की नौणी यूनिवर्सिटी की ओर से मृदा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए वीसी प्रो. राजेश्वर चंदेल।
Advertisement

सोलन,5 दिसंबर (निस)
पारिस्थितिक तंत्र को बनाए रखने में स्वस्थ मृदा की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी और वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के मृदा विज्ञान और जल प्रबंधन विभाग द्वारा कोटला पंजोला पंचायत में विश्व मृदा दिवस मनाया गया। इस वर्ष के विश्व मृदा दिवस का विषय 'मिट्टी की देखभाल: माप, निगरानी, प्रबंधन' रहा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने 25 एमएससी और डॉक्टरेट छात्रों के साथ मिलकर खेतों से मिट्टी के नमूने एकत्र करने की उचित तकनीक स्थानीय किसानों को सिखाई। मृदा स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करने वाले जागरूकता शिविर के अलावा, पादप रोग विज्ञान विभाग ने इस अवसर पर मशरूम उद्यमिता पर एक जागरूकता शिविर भी आयोजित किया जिसमें मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेश्वर सिंह चंदेल रहे। कार्यक्रम में संबोधित करते हुए, मृदा विज्ञान एवं जल प्रबंधन विभाग के विभागाअध्यक्ष डॉ. उदय शर्मा ने बताया कि विश्व मृदा दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है, जो स्वस्थ मिट्टी के महत्व को उजागर करता है और टिकाऊ मिट्टी प्रबंधन की वकालत करता है। इस वर्ष की थीम के बारे में बताते हुए उन्होंने टिकाऊ मृदा प्रबंधन में निर्णय लेने में मार्गदर्शन के लिए सटीक मृदा डेटा और जानकारी की आवश्यकता पर जोर दिया, जो खाद्य सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
पादप रोग विज्ञान विभाग के एचओडी डॉ. सतीश शर्मा ने आईसीएआर के अनुसूचित जाती घटक के माध्यम से गांव में मशरूम उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय के प्रयासों का विवरण साझा किया।
अपने संबोधन में प्रोफेसर चंदेल ने जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में स्वस्थ मिट्टी के महत्व को पहचानने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि पृथ्वी, जिसे भारतीय संस्कृति में अक्सर 'धरती माता' का दर्जा दिया गया है के प्रति प्रतिबिंबित करते हुए मिट्टी की रक्षा करने की सामूहिक जिम्मेदारी पर जोर दिया, क्योंकि यह सीधे पानी, फसलों और मानव स्वास्थ्य पर प्रभाव डालती है। डॉ प्रदीप ने इस अवसर पर धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम में पंचायत प्रधान हेमराज कश्यप, उपप्रधान बलराम, पंचायत प्रतिनिधि, विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक, छात्र और 150 किसान उपस्थित रहे।

Advertisement

Advertisement
Advertisement