Health Advice : भारत में गर्मी का जबरदस्त कहर... लू से रखना है बचाव तो हमेशा याद रखें ये 7 बातें, जानिए लक्षण और कारण
चंडीगढ़, 7 अप्रैल (ट्रिन्यू)
Health Advice : गर्मियों का मौसम शुरु हो गया है और भारतीय मौसम विभाग ने लू चलने की संभावना भी जताई है। वहीं, कई रज्यों में तो गर्म हवाओं को लेकर दो दिन का अलर्ट भी जारी किया गया है। लू एक ऐसी स्थिति है, जब शरीर अत्यधिक गर्मी के कारण अपना सामान्य तापमान बनाए रखने में असमर्थ हो जाता है। इससे व्यक्ति को शारीरिक असुविधा, कमजोरी, चक्कर, और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
यही नहीं, कई बार तो गंभीर स्थिति में लू से जान जाने की जानकारी भी सामने आती है। ऐसे में इससे बचाव के टिप्स व लक्ष्ण का पता होना बहुत जरूरी है, ताकि समय रहते उपचार करवाया जा सके।
क्यों लगती है लू?
जब वातावरण में अत्यधिक गर्मी और आर्द्रता होती है तो शरीर का तापमान बढ़ने लगता है। शरीर पसीने के माध्यम से अपना तापमान नियंत्रित करने की कोशिश करता है लेकिन अगर हवा में अधिक आर्द्रता होती है, तो पसीना जल्दी सूख नहीं पाता और शरीर का तापमान सामान्य नहीं रहता। इससे लू लगने का खतरा बढ़ जाता है।
धूप में अधिक समय बिताना
अधिक समय तक धूप में रहने से शरीर अत्यधिक गर्म हो सकता है। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है जो बाहर काम करते हैं, जैसे किसान, निर्माण श्रमिक, आदि। गर्मी और धूप के संपर्क में आने से शरीर के तापमान को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है।
पानी की कमी
गर्मी में पसीने के कारण शरीर से पानी और खनिज लवण का नुकसान होता है। अगर शरीर में पानी की कमी हो जाती है तो यह लू का कारण बन सकता है। पानी की कमी से शरीर का तापमान बनाए रखना कठिन हो जाता है और लू लगने का खतरा बढ़ता है।
अत्यधिक शारीरिक गतिविधि
अत्यधिक शारीरिक श्रम, खासकर गर्मी के दिनों में, शरीर के तापमान को बढ़ा सकता है। ऐसे में शरीर के पसीने के माध्यम से तापमान को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है और लू का सामना करना पड़ सकता है।
अपर्याप्त आहार
गर्मी में सही पोषण का ध्यान नहीं रखने से भी लू लगने का खतरा बढ़ सकता है। शरीर को ऊर्जा और पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है ताकि वह सही से काम कर सके। कम पौष्टिक आहार या विटामिन की कमी से शरीर कमजोर हो सकता है, जिससे लू लगने की संभावना बढ़ती है।
लू के लक्षण
लू के लक्षण व्यक्ति के स्वास्थ्य की गंभीरता के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन सामान्य लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हैं:
-अत्यधिक पसीना आना या पसीना सूखना।
-सिर दर्द और चक्कर आना।
-मांसपेशियों में ऐंठन।
-थकान और कमजोरी महसूस होना।
-दिल की धड़कन तेज होना।
-उल्टी और मिचली।
-शारीरिक कमजोरी और बेहोशी की स्थिति।
लू से बचाव के टिप्स
1. गर्मी के दौरान जितना हो सके ठंडी और हवादार जगह पर रहें। अगर आपको बाहर जाना हो तो कोशिश करें कि आप धूप से बचें और छांव में रहें।
2. दोपहर के समय जब सूर्य की किरणें अधिक तीव्र होती हैं तो बाहर जाने से बचें। अगर आपको बाहर जाना ही है तो आप सिर पर टोपी या छाता लेकर जाएं और हल्के रंग के ढीले कपड़े पहनें जो पसीना सोखने में मदद करें।
3. शरीर में पानी की कमी को दूर करने के लिए रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है। गर्मी में 8 से 10 गिलास पानी पीने की कोशिश करें। इसके अलावा, नारियल पानी, ताजे फलों के रस, और चाय जैसी चीजें भी शरीर में पानी की कमी को दूर करने में मदद करती हैं।
4. गर्मियों में भारी और मसालेदार भोजन से बचें। हल्का, ताजगी भरा और हाइड्रेटिंग भोजन खाएं, जैसे ताजे फल, सलाद, दही, आदि। इनसे शरीर को पोषण मिलता है और पानी की कमी भी नहीं होती है।
5. अगर पसीना ज्यादा आ रहा है, तो ठंडे पानी से चेहरा धोना या गीले कपड़े से शरीर को पोंछना मददगार हो सकता है। इससे शरीर के तापमान को कम करने में मदद मिलती है।
6. अत्यधिक शारीरिक श्रम से बचें और आराम करें। अगर आपको बाहर काम करना है तो इसे सुबह जल्दी या शाम को करें जब तापमान कम हो।
7. अगर आपको लू के लक्षण महसूस हों, तो तुरंत ठंडी जगह पर जाएं, पानी पीएं और अपने शरीर को ठंडा रखने के लिए गीले कपड़े से पोंछें। अगर स्थिति गंभीर हो तो तुरंत चिकित्सा सहायता प्राप्त करें।
गर्मी और लू से बचाव के लिए सही जानकारी और सावधानी जरूरी है। शरीर को ठंडा रखना, पर्याप्त पानी पीना और धूप से बचना लू से बचाव के महत्वपूर्ण उपाय हैं। इन्हें अपनाकर आप लू से बच सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को बनाए रख सकते हैं।