आस्ट्रेलिया में महकती हरियाणवी संस्कृति
ऑस्ट्रेलिया अपने आप में अद्भुत, अनूठा एवं प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर एक अलग तरह का देश है। यहां की सांस्कृतिक परंपराएं विविधता से भरपूर हैं। इसलिए यहां मिली-जुली संस्कृति का समावेश देखने को मिलता है। यहां पर 20,000 से अधिक हरियाणवी लोग भी रहते हैं जो सिडनी, पर्थ, मेलबर्न ,एडिलेड व ब्रिसबेन आदि शहरों में अपनी मेहनत से विशिष्ट पहचान बना रहे हैं। आज यहां पर हरियाणा के लोगों की सांस्कृतिक परंपराएं भी पुनर्जीवित हो चली हैं। एसोसिएशन ऑफ हरियाणवीज़ इन ऑस्ट्रेलिया संस्था द्वारा तीज से लेकर होली तक हरियाणवी लोक जीवन में रचे-बसे सभी त्योहारों को बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। एएचए की तरफ से अपने स्थापना दिवस पर हरियाणवी सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में विक्टोरिया की मेंबर पार्लियामेंट नीना टेलर एवं भारतीय उच्चायोग के मेलबर्न में काउंसल जनरल राजकुमार भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर भव्य सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया जिसमें ग्रीस, तेलंगाना के सांस्कृतिक दलों के साथ-साथ सिडनी एवं मेलबर्न की महिलाओं ने हरियाणवी नृत्य प्रस्तुत किए, साथ ही कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय एवं हरियाणा के सांस्कृतिक दल ने अपनी बेहतरीन हरियाणवी प्रस्तुतियां देकर सबका मन मोह लिया। सांस्कृतिक दल में डॉक्टर हरविंदर राणा, पवन कुमार कोरियोग्राफर, तनु ,रमा, काजल ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुतियां दी। संस्था के फाउंडिंग प्रेजीडेंट सेवा सिंह, विक्टोरिया चैप्टर के प्रधान सतपाल चहल सहित एसोसिएशन के सदस्यों ने उद्गार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन कुवि के युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक डॉ. महासिंह पूनिया तथा एमएन कॉलेज शाहबाद मारकंडा की अंग्रेजी की विभागाध्यक्ष कल्पना ने किया।
इस मौके पर एसोसिएशन एवं विरासत हेरीटेज विलेज कुरुक्षेत्र की ओर से एक हरियाणवी सांस्कृतिक प्रदर्शनी का आयोजन हुआ। एसोसिएशन की वार्षिक पत्रिका संदेश, एक्टिविटी से संबंधित कैलेंडर व हरविंद्र राणा द्वारा गाया गया गीत भी जारी किया। एसोसिएशन की कोर कमेटी के सदस्यों अजय कुमार ढुल कोषाध्यक्ष, एडिलेड चैप्टर के अध्यक्ष अशोक कुंडू, सुनील एवं कीर्ति दहिया, संजीव दलाल, विजयपाल रहेडू, रविंद्र घनघस, सतीश खत्री, अजय संधू, बीनू सिंह, रितु चहल, सतीश एवं सुचिंता, आशा, नरेन्द्र मलिक सहित ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले डेढ़ हजार से अधिक प्रवासी हरियाणवियों एवं ऑस्ट्रेलिया के निवासियों ने इस सांस्कृतिक सांझ से हरियाणवी संस्कृति के रंगों की छटा का खूब आनंद लिया। इस मौके पर हरियाणवी लोक परिधानों कुर्ता,घागरा, चुनरी, धोती कुर्ता एवं पगड़ी के माध्यम से हरियाणवी संस्कृति का खूब प्रचार एवं प्रसार किया। एएचए ने हरियाणवी संस्कृति एवं विरासत के संरक्षण हेतु डॉ. महासिंह पूनिया व हरविन्द्र राणा को फोक डांस के क्षेत्र में योगदान के लिए इंटरनेशनल अवार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया है।
इस मौके पर हरियाणा हस्तशिल्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। हरियाणा के लोक चित्रों की एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गई। इस अवसर पर डॉक्टर महासिंह पूनिया ने हरियाणा की लोक सांस्कृतिक परंपरा एवं इतिहास पर अपना व्याख्यान दिया। वहीं विरासत हेरीटेज विलेज कुरुक्षेत्र की ओर से एक छोटी सी प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया। उल्लेखनीय है कि एएचए ने कोविड काल में 200000 डॉलर से अधिक की सहायता कर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
-फीचर डेस्क