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बेरिकेड हटाये हरियाणा, दिल्ली कूच को तैयार : मनजीत घुमाणा

07:40 AM Jul 15, 2024 IST
राजपुरा स्थित शंभू बॉर्डर पर एक बैठक के बाद मीडिया को जानकारी देते भारतीय किसान मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय प्रधान मनजीत सिंह घुमाणा व जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंधेर। -संगरुर/निस
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राजपुरा, 14 जुलाई (निस)
भारतीय किसान मजदूर यूनियन की एक विशेष मीटिंग राष्ट्रीय प्रधान मनजीत सिंह घुमाणा की अगुवाई में शम्भू बॉर्डर पर हुई जिसमें विशेष तौर पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर सहित अन्य किसान नेताओ ने शिकरत की। इस मौके पर मनजीत सिंह घुमाणा ने कहा कि पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के बाद अब सुप्रीम कोर्ट की ओर से हरियाणा सरकार को शम्भू बॉर्डर खोलने के आदेशों ने साबित कर दिया है कि शम्भू बॉर्डर व खनौरी बॉर्डर किसानों ने नहीं सरकार ने बैरिकेड लगाकर बंद किये हुए हैं। उन्होंने कहा कि कितने दुख की बात है कि अदालतों के आदेशों के बाद भी अब तक हरियाणा सरकार की ओर से बॉर्डर खोलने को लेकर कोई कदम नहीं उठाये जा रहे हैं। जिस दिन हरियाणा सरकार नेशनल हाईवे से बेरिकेड हटा कर रास्ता खोल देगी, सभी किसान शम्भू बॉर्डर को खाली कर ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ दिल्ली कूच कर जायेंगे और तब तक वापस नहीं आयेगें जब तक केंद्र सरकार किसानों की मानी हुई मांगे लागू नहीं कर देती। इस मौके पर स मनजीत सिंह ने बताया कि भारतीय किसान मजदूर यूनियन नेता नवदीप जलबेहड़ा को हरियाणा पुलिस से रिहा करवाने के लिये 17-18 जुलाई को दो दिन के लिये एसपी दफ्तर अम्बाला के बाहर धरना लगाया जायेगा जिसमें पंजाब व हरियाणा के हज़ारों किसान शामिल होंगे। उसके बाद भी हरियाणा सरकार ने अगर हमारी मांग नहीं मानी तो आगेे फिर नई रणनीति बना कर सख्त एक्शन लिया जायेगा।
इस मौके पर सुरजीत सिंह फूल व जसवीर सिंह सिद्धूपुर ने भी बताया कि पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट की ओर से शम्भू बॉर्डर खोलने के आदेश देने के बाद अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी हरियाणा सरकार बॉर्डर खोलने को तैयार नहीं दिख रही। लेकिन वे सब इस समय तैयार बैठे हैं, जब भी बॉर्डर खुल जायेंगे सब ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ दिल्ली के लिये रवाना हो जायेंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर-ट्रालियों के बगैर कोई गुजारा नहीं, इसमें वे आराम करते है, सोते हैं और अपना खाने-पीने का सामान लेकर चलते हैं। सरकार को पता नहीं इन ट्रैक्टर-ट्रालियों से चिढ़ क्यों है? इस अवसर पर बलकार सिंह बैंस, बलकार सिंह बहिरामके, सुरजीत सिंह फूल, बलदेव सिंह जीरा, जसविंदर सिंह लोंगोवाल, मनजीत सिंह राय, मलकीत सिंह गुलामीवाला, हीरा सिंह, बलविंदर सिंह, तेजवीर सिंह पंजोखरा, सुखचैन सिंह, अशोक बुलारा सहित अन्य किसान नेता मौजूद थे।

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