Haryana News: जींद में महिला ASI ने गैंगरेप पीड़िता के परिवार को धमकाया, केस दर्ज
जसमेर मलिक/हप्र, जींद, 21 मार्च
Haryana News: जींद में गैंगरेप पीड़िता के परिवार पर समझौते का दबाव बनाने वाली महिला पुलिस थाना की एएसआई पर मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि एएसआई सुनीता ने पीड़िता के परिवार को फोन कर केस वापस लेने के लिए धमकाया और ऐसा न करने पर जान से मारने की धमकी दी।
पीड़िता की मां ने 6 मार्च को एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उनकी 30 वर्षीय बेटी मानसिक रोगी है। ओमनगर कॉलोनी निवासी सुरजीत उर्फ सुजीत, श्याम नगर कॉलोनी निवासी बिनेश और एक नाबालिग लड़के ने उनकी बेटी के साथ गैंगरेप किया था।
पीड़िता की मां ने बताया बेटी मानसिक रूप से अस्वस्थ होने के कारण घटना के बारे में बता नहीं पाई, लेकिन जब वह गर्भवती हुई, तब काउंसलिंग के जरिए इस घिनौने कृत्य का खुलासा हुआ। इस पर 26 मई 2023 को गैंगरेप का मामला दर्ज किया गया और एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
महिला एएसआई ने दी जान से मारने की धमकी
पीड़िता की मां के अनुसार, 5 मार्च को उनके पास एक फोन आया। फोन करने वाली महिला ने खुद को महिला थाना की मैडम बताते हुए केस वापस लेने का दबाव बनाया। जब पीड़िता की मां ने इन्कार किया तो धमकी दी गई कि केस वापस नहीं लिया तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा।
इस धमकी के बाद पीड़िता का परिवार दोबारा एसपी कार्यालय पहुंचा और मामले की शिकायत दर्ज करवाई। एसपी राजेश कुमार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उचाना डीएसपी संजय कुमार को जांच सौंपी।
जांच में एएसआई सुनीता दोषी पाई गई
जांच में सामने आया कि मामले की विवेचना एएसआई रीना कर रही थी, लेकिन धमकी भरा फोन एएसआई सुनीता ने किया था। वह इस केस की जांच अधिकारी नहीं थी, बावजूद इसके उसने पीड़िता के परिवार को धमकाया और समझौते के लिए दबाव डाला।
इतना ही नहीं, शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि एएसआई सुनीता ने उन्हें रानी तालाब के पास बुलाया, जहां एक काले रंग की गाड़ी में एक अन्य व्यक्ति भी मौजूद था। वहां भी उन्हें केस वापस लेने की धमकी दी गई।
डीएसपी संजय कुमार की सिफारिश पर शहर थाना पुलिस ने एएसआई सुनीता के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। उनके खिलाफ समझौते के लिए दबाव डालने और धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
पीड़िता के परिवार में भय
गैंगरेप पीड़िता के परिवार को अब भी डर है कि कहीं उन पर कोई और दबाव न बनाया जाए। उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है और न्याय की उम्मीद जताई है।