haryana news : पति व बेटे को देश पर न्यौछावर कर चुकी महिला न्याय के लिए भटक रही
रेवाड़ी, 23 नवंबर (हप्र)
पति व इकलौते बेटे की शहादत देख चुकी महिला न्याय पाने के लिए दर-दर भटक रही है और उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। उसकी जमीन पर उसके ही परिवार के लोगों ने कथित रूप से कब्जा कर लिया है। जिसे पाने के लिए वह छोटे से लेकर बड़े अधिकारी के कार्यालयों के चक्कर लगा रही है। उसने कहा है कि यदि उसे न्याय नहीं मिला तो आत्महत्या के मजबूर होगी। धारूहेड़ा थाना क्षेत्र के गांव ढाकिया की संतोष देवी ने रोते-बिलखते अपना दुखड़ा पत्रकारों के समक्ष सुनाया। उसने कहा कि उसके पति राय सिंह बीएसएफ में कार्यरत थे और दो वर्ष पूर्व 2022 में ड्यूटी के दौरान छतीसगढ़ में शहीद हो गए थे। उसका इकलौता बेटा भी बीएसएफ में लगा हुआ था और 2 महीने पहले पंजाब के पठानकोट में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गया था। उसकी बेटी प्रियंका भी अपने परिवार की परम्परा को आगे बढ़ाते में हुए बीएसएफ में भर्ती हुई है और इस समय बाडमेर राजस्थान में कार्यरत है।
संतोष देवी का आरोप है कि उसके परिवार में केवल उसकी बेटी प्रियंका ही है। दादा की गांव की जमीन में उनके पति रायसिंह को हिस्सा मिला है और यह हिस्सा राजस्व रिकार्ड में भी दर्ज है। लगभग डेढ़ एकड़ जमीन पर उनके परिवार के सदस्यों ने कब्जा कर रखा है। अपनी जमीन का कब्जा पाने के लिए वह संबंधित थाना धारूहेड़ा, जिला पुलिस अधीक्षक, डीएसपी, डीसी तक गुहार लगा चुकी है। लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। गांव में दो बार पंचायत भी हो चुकी है। लेकिन जमीन पर कब्जा करने वाले परिजन पंचायत में नहीं पहुंचते। उसने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से गुहार लगाई है कि उनकी सरकार शहीदों के परिजनों का पूरा ख्याल रखती है तो उसे भी न्याय दिलाने में सहयोग करें। यहां के प्रशासन व पुलिस से उसे कोई उम्मीद नहीं है। यदि उसे न्याय नहीं मिला तो वह आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाएगी। उसने कहा कि परिवार के लोग उसके साथ मारपीट करते हैं और झूठे लांछन लगाते हैं। ऐसे हालातों में उसने गांव छोड़ दिया और वह अब अपने राजस्थान में अपने पिता के पास रह रही है।