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Haryana-एग्री-टूरिज्म से कृषि के साथ हरियाणवी संस्कृति को जानेंगे लोग: नायब सैनी

04:01 AM Jan 10, 2025 IST
haryana एग्री टूरिज्म से कृषि के साथ हरियाणवी संस्कृति को जानेंगे लोग  नायब सैनी
हिसार स्थित हकृवि में बृहस्पतिवार को कार्यक्रम का शुभारंभ करते मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी। -हप्र
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हिसार, 9 जनवरी (हप्र)
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बतौर मुख्य अतिथि एग्री-टूरिज्म सेंटर (कृषि पर्यटन केंद्र) का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि एग्री-टूरिज्म सेंटर (चरण-2) को स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य मनोरंजन के साथ-साथ ज्ञान अर्जित करने के भाव से कृषि अनुसंधानों व प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देना और प्रकृति को स्वच्छ रखने के लिए पर्यावरण संरक्षण के प्रति अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करना है। इस केन्द्र के माध्यम से हरियाणवी संस्कृति, प्राचीन कृषि पद्धति व कृषि संबंधी ज्ञान को रोचकता के साथ सीखने में मदद मिलेगी। साथ ही विद्यार्थियों को जैव-विविधता के बारे में जानने का अवसर भी मिलेगा। वहीं, एग्री-टूरिज्म सेंटर चरण-2 में भावी पीढ़ी को हरियाणवी संस्कृति से जोड़ने का विशेष प्रयास किया गया है।
कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन मंत्री श्याम सिंह राणा व लोक निर्माण एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री रणबीर गंगवा विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद रहे जबकि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर नलवा के विधायक रणधीर पनिहार व हांसी के विधायक विनोद भ्याणा, जिले के प्रशासनिक अधिकारी, गणमान्य व्यक्ति व विश्वविद्यालय के अधिकारी भी मौजूद रहे।

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फसलों के उन्नत किस्मों व बीजों की मिलेगी जानकारी : कुलपति

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज ने बताया कि एग्री-टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय लगातार प्रयासरत है। इस पर्यटन केन्द्र में बने संस्कृति सूचना केन्द्र में हरियाणवी महिला-पुरुष के परिधान, व्यंजन, त्यौहार, लोक संगीत वाद्ययंत्र, पारम्परिक बर्तन आदि के अलावा सभी फसलों के उन्नत किस्मों व बीजों की जानकारी मिलती है।

रेहट में होंगे पुरानी सिंचाई पद्धति के दर्शन

सेंटर में पुरानी सिंचाई पद्धति को दर्शाने के लिए रेहट का मॉडल बनाया गया है, जिसमें दिखाया जाएगा कि जब आधुनिक मशीन नहीं थी तब किस तरह से सिंचाई की जाती थी। सुनहरी मछली उत्पादन की जानकारी देने के लिए ओरनामेंटल फिश एक्वेरियम की भी व्यवस्था की गई है। वनस्पति उद्यान में देशी और विदेशी पौधों की प्रजातियों का संग्रह किया गया है।

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किसानों के उत्थान के लिए काम कर रही सरकार

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश की डबल इंजन की सरकार किसानों के उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रही है। हमारा ध्येय है कि किसानों की आमदनी बढ़े और किसान आर्थिक रूप से समृद्ध बने। प्रदेश के 70 प्रतिशत किसान ऐसे हैं, जिनके पास जमीन कम है। इसलिए उनके उत्थान के लिए भी खास रणनीति बनानी होगी। साथ ही किसानों को अधिक मुनाफा मिले, इसके लिए भी बजट में प्रावधान करने होंगे, ताकि किसानों को मजबूत बनाया जा सके। मुख्यमंत्री बृहस्पतिवार को जिला हिसार में बजट पूर्व परामर्श बैठक के तहत चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में प्रगतिशील किसानों से सुझाव ले रहे थे। इस दौरान कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री रणबीर गंगवा, हांसी विधायक विनोद भयाणा और नलवा विधायक रणधीर पनिहार भी उपस्थित थे। चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने वन टू वन किसानों से संवाद किया। पहले सेशन में 52 से ज्यादा सुझाव किसानों की तरफ से सुझाए गए। इसमें प्रगतिशील किसानों के अलावा कृषि विशेषज्ञ भी शामिल थे। दूसरे सेंशन में एफपीओ से जुड़े किसानों से चर्चा हुई। एफपीओ की फेडरेशन से जुड़े सदस्यों ने भी अपने सुझाव दिए। मुख्यमंत्री ने किसानों से आह्वान किया कि किसान फसल विविधीकरण को अपनाएं। परंपरागत खेती की बजाय विविधीकरण से किसान अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं। साथ ही, किसान मोटे अनाज के उत्पादन को भी बढ़ावा दें।

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