Gyan ki Baatein : ग्रहण लगा है बाहर मत निकलो... ऐसा क्यों कहती हैं दादी-नानी?
चंडीगढ़, 28 मार्च (ट्रिन्यू)
Gyan ki Baatein : हिंदू धर्म में ग्रहण को बहुत ही अहम घटना मानी जाती है। वहीं, दूसरी ओर ग्रहण के बारे में कई अलग-अलग मान्यताएं हैं। उन्हीं में से एक मान्यता है कि ग्रहण के दौरान बाहर नहीं जाना चाहिए, खासकर ग्रभवती महिलाओं को। आपने अक्सर अपनी दादी-नानी को कहते हुए सुना होगा कि ग्रहण के दौरान बाहर मत निकलो.. इसे अशुभ माना जाता है। चलिए आपको बताते हैं कि ग्रहण के दौरान बाहर निकलने की मनाही क्यों होती है...
ग्रहण में क्यों होती है बाहर निकालने की मनाही?
कई प्राचीन सभ्यताओं का मानना था कि ग्रहण आसन्न प्रलय, देवताओं के क्रोध या विशाल राक्षसों का परिणाम था, ताकि पृथ्वी पर जीवन नष्ट हो जाए। यही वजह है कि जब ग्रहण शुरू होता है तो बुजुर्ग बाहर जाने के लिए मना करते हैं और भगवान का नाम लेते हैं। वहीं, ग्रहण खत्म होना इस बात का संकेत माना जाता था कि भगवान ने उनकी प्रार्थनाओं का सफलतापूर्वक उत्तर दिया है।
गर्भवती महिलाएं बरतें सावधानी
शास्त्रों की मानें तो ग्रहण के दौरान बाहर निकलने से जिंदगी में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। खासकर गर्भवती महिलाओं को इस दौरान घर में रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि ग्रहण की हानिकारक किरणें ग्रभ में पल रहे शिशु को नुकसान पहुंचा सकती है।
शास्त्रों के अनुसार, छाया ग्रह राहु और केतु ग्रहण के दौरान सूर्य या चंद्रमा को ढक लेते हैं। ऐसे में ग्रहण के दौरान जो व्यक्ति इनके संपर्क में आता है उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
ग्रहण के दौरान इन कामों की भी होती है मनाही
- ऐसा कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान कुछ खाना-पीना नहीं चाहिए। साथ ही पके हुए भोजन पर तुलसी का पत्ता रख देना चाहिए , ताकि वो ग्रहण की हानिकारक किरणों से दूषित ना हो।
- इस दौरान पूजा-पाठ नही करना चाहिए लेकिन कुछ मंत्रों का जाप करने की सलाह दी जाती है।
- ग्रहण के दौरान सब्जियां न काटें क्योंकि शास्त्रों में नुकीली चीजों का इस्तेमाल करने की भी मनाही होती है।
क्या कहता है विज्ञान?
वैज्ञानिकों की मानें तो ग्रहण के दौरान बाहर निकलने में कोई दिक्कत नहीं लेकिन ग्रहण को नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए। दरअसल, ऐसा करने से आंखों की रोशनी जा सकती है।
डिस्केलमनर: यह लेख/खबर धार्मिक व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribneonline.com इस तरह की बात की पुष्टि नहीं करता है।