Gunculture songs: गन कल्चर वाले गानों पर प्रतिबंध को खाप पंचायतों का समर्थन, रखी ये 4 मांगें
जसमेर मलिक/निस, जींद, 22 मार्च
Gunculture songs: हरियाणा में गन कल्चर और अश्लीलता को बढ़ावा देने वाले गानों पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले को खाप पंचायतों का पूरा समर्थन मिला है। जींद की प्रमुख खाप पंचायतों ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि ऐसे गानों से समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है और इन्हें पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।
कंडेला खाप के प्रधान ओमप्रकाश कंडेला, माजरा खाप के प्रधान गुरविंदर सिंह और जुलाना बारहा खाप के प्रधान बसाऊं लाठर ने कहा कि इन गानों में अश्लीलता परोसी जा रही है, जिसे कोई भी परिवार एक साथ बैठकर नहीं सुन सकता।
उन्होंने कहा कि सरकार को सिर्फ एक कलाकार पर प्रतिबंध लगाने के बजाय सभी ऐसे गानों पर रोक लगानी चाहिए, जो समाज में गंदगी फैला रहे हैं।
माजरा खाप के प्रवक्ता समुद्र सिंह फोर ने कहा कि गंदे और हिंसा भड़काने वाले गानों को बढ़ावा देना हमारी संस्कृति के लिए घातक है। पूनिया खाप पंचायत के राष्ट्रीय प्रवक्ता जितेंद्र छात्तर ने कहा कि ऐसे कलाकारों पर मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए और उनके गानों का पूर्ण बहिष्कार किया जाना चाहिए।
खाप पंचायतों की मांगें
1. गानों की समीक्षा के लिए समिति बने – खाप पंचायतों ने सुझाव दिया कि एक विशेष समिति बनाई जाए, जिसमें समाज के प्रतिष्ठित लोग हों, जो यह तय करें कि कौन-सा गाना रिलीज किया जाए।
2. यू-ट्यूब से गंदे गाने हटाए जाएं – खाप नेताओं ने मांग की कि सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से ऐसे गानों को हटाया जाए, जो गन कल्चर और अश्लीलता को बढ़ावा देते हैं।
3. डीजे बजाने के लिए अनुमति अनिवार्य हो – खाप पंचायतों ने यह भी मांग की कि डीजे बजाने के लिए पुलिस से अनुमति लेना जरूरी किया जाए। इसके लिए 11,000 रुपये की सिक्योरिटी राशि तय की जाए, जो नियमों का उल्लंघन होने पर जब्त कर ली जाए।
4. संस्कृति को बढ़ावा देने वाले कलाकारों को मिले सम्मान – खाप पंचायतों ने समाज को सही दिशा देने वाले कलाकारों को प्रोत्साहित करने की मांग की और रामकेश जीवनपुर वाला जैसे गायकों की सराहना की, जो हरियाणवी संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हैं।