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‘हरियाणवी लोक संस्कृति एवं विरासत से जुड़ने का सुनहरा अवसर’

07:34 AM Jul 31, 2024 IST
‘हरियाणवी लोक संस्कृति एवं विरासत से जुड़ने का सुनहरा अवसर’
भिवानी स्थित चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय के 11वें स्थापना दिवस के समापन के अवसर पर नृत्य प्रस्तुत करती छात्रा। -हप्र
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भिवानी, 30 जुलाई (हप्र)
सावन उत्सव के साथ चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय के 11वें स्थापना दिवस का मंगलवार को समापन हो गया। 25 से 30 जुलाई तक अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। समापन समारोह पर आयोजित कार्यक्रम में हरियाणवी लोक नृत्य, लोकगीत के साथ हरियाणवी पारंपरिक वेशभूषा में कलाकारों ने अपनी सांस्कृतिक परिस्थितियों दी। इस अवसर पर झूले डाले गए, जिन पर विद्यार्थी और कर्मचारियों ने कुलपति प्रो. दीप्ति धर्मानी संग झूले झूलकर सावन उत्सव को बड़े धूमधाम से मनाया। कार्यक्रम में हरियाणवी व्यंजन गुलगुले, सुहानी, पकोड़े आदि बनाए गए जिसका सभी ने लुत्फ उठाया।
कार्यक्रम के दौरान सुप्रसिद्ध लोक गायक एवं पूर्व निदेशक दो जगबीर राठी और लोक गायक सौरव वर्मा ने अनेक रंगारंग प्रस्तुतियां देकर दर्शकों को मंत्र मुग्ध किया। सपेरा बीन पार्टी का नागिन लहरा विशेष आकर्षण का केंद्र रहा।
गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दिनेश अग्रवाल ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से आपसी भाईचारा एकता एवं प्रेम का संदेश हमें मिलता है और हरियाणवी पारंपरिक लोक संस्कृति एवं विरासत से जुड़ने का अवसर भी मिलता है। इस तरह के कार्यक्रम हमारी संस्कृति को बढ़ावा देते हैं और हमें हमारी संस्कृति और विरासत से जुड़े रहना चाहिए। हमारी संस्कृति और विरासत विश्व में निराली हैं और हमें हमारी संस्कृति और प्राचीन पारंपरिक लोक सांस्कृतिक विरासत पर गर्व है।
इस मौके पर सीबीएलयू की कुलपति प्रो. दीप्ति धर्माणी ने कहा कि हमने स्थापना दिवस को एक दिन ना मानकर बल्कि पूरे एक सप्ताह तक मनाया है। जिसमें रक्तदान, श्रमदान सहित विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम व्याख्यान तथा पूरे सप्ताह पौधरोपण किया है। उन्होंने कहा कि हमारे कलाकारों में तथा विद्यार्थियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है जरूरत है तो उन्हें सही प्लेटफार्म और बेहतर मंच उपलब्ध कराने की।

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