एक्सईएन पिंजौर हिमाचल की तर्ज पर दें काम करवाने की शक्तियां : विजय बंसल
पिंजौर, 4 जनवरी (निस)
शिवालिक विकास मंच प्रदेशाध्यक्ष विजय बंसल एडवोकेट ने बिजली मंत्री अनिल को पत्र लिखकर पहाड़ी क्षेत्र पिंजौर बिजली संबंधी कार्य करवाने की शक्तियां पिंजौर बिजली विभाग एक्सईएन को देने के साथ ही पिंजौर रायतन क्षेत्र के गांव भोरियां में वर्ष 2021 में मंजूर 66 केवी बिजली सबस्टेशन जल्द बनवाने की की मांग की है। विजय बंसल ने कहा कि बरसात के मौसम में तेज आंधी, बारिश में बिजली के खंभे गिरने और तारें टूटने, ट्रांर्स्फामर जलने से पिंजौर क्षेत्र के लगभग 40 गांवों में कई-कई दिनों तक बिजली सप्लाई बंद रहती है इतना ही नहीं थोड़ी सी बारिश आने के बाद ही बिजली बंद हो जाती है। विशेषकर कालका, पिंजौर, दून और रायतन जैसे पहाड़ी इलाके के दूरदराज बसे हुए सैकड़ों गांवों के लाखों निवासी अक्सर बाढ़, भूस्खलन, आंधी, तूफान जैसी प्राकृतिक आपदा के बाद कई-कई दिनों तक बिजली के ना आने से परेशान रहते हैं और बिजली सप्लाई बहाल करने में कई सप्ताह का समय लगता है। क्योंकि मैदानी इलाकों की तुलना में पहाड़ी क्षेत्र में बिजली के खंबे दुर्गम क्षेत्र तक पहुंचाना, तारे खींचने का काम किसी चुनौती से कम नहीं है। पहले विभाग हुए नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर अंबाला स्थित बिजली कार्यालय में मंजूरी के लिए एक प्रपोजल भेजता है वहां से मंजूरी मिलने की प्रक्रिया तथा अंबाला से सामान लाने में काफी समय लग जाता है। यदि पिंजौर मंडल बिजली विभाग एक्सईएन को काम करवाने की शक्तियां दी जाए तो लोग कई-कई दिनों तक बिजली गुल रहने की समस्या से से निजात मिलेगी। उन्होने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बिजली तारे लगाने का काम करवाने की शक्तियां एक्सईएन स्तर के अधिकारी के पास होती है बिजली जाने के कुछ घंटों के बाद ही बिजली सप्लाई नियमित कर दी जाती है। साथ लगते हिमाचल प्रदेश के परवानु, बद्दी, बरोटीवाला, नालागढ़ और इस पहाड़ी क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थितियां एक समान है तो इसी प्रकार अधिकारी को भी काम करवाने के लिए एक समान शक्तियां मिलनी चाहिए। वर्ष 2021 में रायतन मेंबएक बिजली घर मंजूर करवाया था लेकिन अभी तक 66 केवी बिजली घर का निर्माण नहीं करवाया गया है।