घग्गर ने खनौरी और मूनक को घेरा
संगरूर (निस)
घग्गर में दरार के कारण जहां हजारों एकड़ धान की फसल पानी में डूब गई है, वहीं मूनक और खनौरी शहरों में भी पानी घुसने का खतरा बढ़ गया है। इन शहरों की ओर लगातार पानी का बहाव बढ़ता जा रहा है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है। पानी के कारण खनौरी से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 52 पर यातायात रोक दिया गया है। हाईवे पर पानी के कारण दो ट्रक पलट गए, लेकिन लोगों ने ट्रक ड्राइवरों को बचा लिया। मूनक के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में हैं। सेना और एनडीआरएफ की टीमें लगातार लोगों की मदद से घग्गर में आई दरार को पाट रही हैं। संगरूर से खनौरी, कैथल, दिल्ली, हिसार तक चलने वाले पीआरटीसी और रोडवेज रूट बंद कर दिए गए हैं। आज मूनक और खनौरी के कई इलाकों में पानी भर गया। नदी का पानी लोगों के घरों तक पहुंचने लगा है जिससे आने वाले दिनों में हालात और खराब होने की आशंका है। बढ़ते जलस्तर के कारण संगरूर-खनौरी का दिल्ली संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। मकराेर साहिब के पास दरार अब 80 फीट से ज्यादा हो गई है। फुलद गांव के पास 80 फीट की दरार बन गई है। नरेगा श्रमिकों के साथ एनडीआरएफ टीमें बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। सेना के भी बचाव अभियान में शामिल हो जाने की खबर है। घग्गर का पानी गांवों की ओर बढ़ रहा है। प्रशासन ने लोगों के लिए आश्रय स्थल तैयार किए हैं और उन्हें लगातार सलाह दी जा रही है कि वे अपने मवेशियों या अन्य संपत्ति को सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं। घग्गर नदी का जलस्तर 752 फीट पर चल रहा है जो खतरे के निशान से दो फीट ऊपर है। उधर, घग्गर के पानी के कारण खनौरी इलाके में हजारों एकड़ खड़ी फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। खनौरी के समीपवर्ती गांव होतीपुर, सदरा, तीपुर, नाईवाला, बाउपर, नवां गांव, चंदू आदि गांव पानी से बुरी तरह घिरे हुए हैं।
इस बीच, शुतराणा के निकट खेतों में जा रहे एक सेवानिवृत्त थानेदार की घग्गर नदी के तेज बहाव में बह जाने से मौत हो गई।