कोडिंग स्किल से पायें मन की जॉब
कीर्तिशेखर
हाल के एक सर्वे में दुनिया के महत्वपूर्ण फ्यूचरिस्टक कैरियर में कंप्यूटर कोडिंग को पहले पांच कैरियर्स में चुना गया है। इससे पता चलता है कि कंप्यूटर कोडिंग का महत्व किस तेजी से बढ़ रहा है। कुछ यूरोपीय देश ने प्राथमिक स्कूलों के पाठ्यक्रमों में ही कोडिंग जोड़ दिया है। सवाल है कंप्यूटर कोडिंग में कैरियर कैसे बनाएं? कोडिंग में कैरियर बनाने के लिए कई तरीके हैं। कंप्यूटर विज्ञान से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कर लिया जाए या सर्टिफिकेट कोर्स करने के बाद ही जॉब पा ली जाए। क्योंकि इस क्षेत्र में विशेष डिग्री जरूरी नहीं है। कोडिंग में दिखने वाला कौशल ही महत्वपूर्ण है। जॉब लिंक्ड इन जैसे आधुनिक जॉब प्लेटफार्म पर कोडिंग से जुड़ी रिक्तियां फ्लैश होती रहती हैं। कोडिंग स्किल है तो आप शुरुआती लेवल से ही 3 से 5 लाख रुपये सालाना की जॉब पा सकते हैं। वहीं अनुभव और स्किल से 10 से 20 लाख रुपये सालाना इनकम हो सकती है।
कंप्यूटर की भाषाओं में दक्षता
कोडिंग में कैरियर शुरू करने के लिए कंप्यूटर की विभिन्न भाषाओं जैसे एचटीएमएल, पीईआरएल, एसक्यूएल, पीएचपी, एक्सएमएल, सी, जावा, सी और जावास्क्रिप्ट आदि में दक्ष होना ही महत्वपूर्ण स्किल है। लेकिन सवाल है कि अगर हम कंप्यूटर साइंस के छात्र नहीं हैं या ऐसे शिक्षण संस्थानों से पढ़े नहीं हैं, जहां शुरुआती कक्षाओं से ही कोडिंग सिखायी जाती है तो फिर कोडिंग सीखें कैसे? वैसे अगर आप इस क्षेत्र के लिए गंभीर हैं और आपके पास एजुकेशन के लिए टाइम भी है तो बीसीए या एमसीए ही कर लीजिए। इन डिग्रियों से कंप्यूटर कोडिंग में दक्षता प्राप्त होती हैं। लेकिन अगर आपने पढ़ाई दूसरी स्ट्रीम में कर चुके हैं तो आप ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स करके भी इस क्षेत्र में कैरियर बना सकते हैं। कुछ पेशेवर तो महज यू-ट्यूब में लर्निंग वीडियोज देखकर ही कोडर बन गये। लेकिन कम से कम सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स कर लें तो बेहतर होता है।
प्रैक्टिस करें व काम करके सीखें
अगर ऑनलाइन सर्टिफिकेट या लर्निंग वीडियो देखकर कोडिंग सीख रहे हैं तो नियमित अभ्यास करना जरूरी है। साथ ही अपने व्यक्तिगत प्रोजेक्ट और टारगेट जरूर बनाएं। कंप्यूटर कोडिंग में दक्षता हासिल करना तब ज्यादा आसान होगा, जब आप कंप्यूटर साइंस, डेटा साइंस, मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसे क्षेत्रों में से भी किसी का ज्ञान रखते होंगे। कंप्यूटर कोडिंग में निरंतरता और दक्षता हासिल करने के लिए कहीं प्रैक्टिकल जॉब जरूर करें और एक टीम वर्किंग माहौल में वक्त बिताएं। इससे कम्युनिकेशन स्किल तो बेहतर होती ही हैं, सीखने की रफ्तार और दक्षता पाने में भी सहूलियत होती है। अगर दूसरे क्षेत्रों में कार्यरत हैं और इधर शिफ्ट होना चाहते हैं तो पेशेवर प्रमाणन या वुडकैम्प प्रशिक्षण कार्यक्रम के जरिये भी अपना कैरियर बना सकते हैं। कई छोटी कंपनियां बिना डिग्री के भी कंप्यूटर डेवलपर्स को नियुक्त करती हैं, यहां नौकरी ढूंढ़ें और प्रैक्टिल काम करके कोडिंग स्किल को उपयोगी व बेहतर बनाएं।
नौकरियों के खुलेंगे द्वार
अगर आप कंप्यूटर कोडिंग जानते हैं तो बहुत सारी नौकरियों के दरवाजे आपके लिए खुल जाते हैं। मसलन आप कोई वेबसाइट एप या वीडियो गेम बना सकते हैं, ये ऐसे काम हैं जिसमें कोई निश्चित तनख्वाह नहीं होती, आपको मनचाही तनख्वाह भी मिल सकती है। अगर आप ऑनलाइन या लर्निंग वीडियो देखकर कंप्यूटर कोडिंग सीख रहे हैं तो आपके पास इस काम के लिए एक अच्छा लैपटॉप होना भी जरूरी है। आप अपनी योग्यताओं को जांचने, परखने के लिए व्यक्तिगत प्रोजेक्ट बनाएं, एक पोर्टफोलियो डेवलप करें और ज्यादा से ज्यादा ऑनलाइन एजुकेशनल वीडियो के साथ अपना वक्त बिताएं।
अगर ऑनलाइन कोर्स करते हैं तो ये 12 से 18 महीने के होते हैं। वहीं अगर नियमित शिक्षण संस्थानों से डिग्री हासिल करते हैं तो कोडिंग और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में औपचारिक डिग्री हासिल करने के लिए चार से साढ़े चार सालों की दरकार होती है। ऑनलाइन इसकी फीस 20 हजार रुपये से 2 लाख रुपये प्रतिवर्ष तक हो सकती है। अलग-अलग संस्थानों की फीस, अलग अलग व उनकी स्तरीयता के आधार पर होती है। जहां तक सबसे ज्यादा प्रयोग में आने वाले कोडिंग सिस्टम की बात है, तो यह जावा स्क्रिप्ट है। इसलिए सबसे लोकप्रिय कोडिंग भाषा भी यही है।
अगर आप इंटेलीजेंट हैं तो बिल्कुल फ्री में भी कोडिंग सीख सकते हैं, क्योंकि आजकल इंटरनेट में सैकड़ों ऐसी वेबसाइटें और यू-ट्यूब में हजारों की तादाद में ऐसे वीडियो हैं, जो बिल्कुल फ्री में कोडिंग सिखाते हैं। जिसकी कोडिंग में रुचि हो, 6 से 12 महीनों में कोडिंग सीख लेता है।
– इ.रि.सें.