गौवंश का मामला गौसेवकों ने किया हंगामा
सफीदों, 16 जनवरी (निस)
धड़ से अलग हुए गौवंश के सिर व हड्डियों की वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद मंगलवार को सफीदों उपमंडल के गांव धड़ौली की राष्ट्रीय गौशाला के प्रबंधकों के खिलाफ सैंकड़ों की संख्या में गौसेवक आ डटे। इनमें आसपास के इलाकों के अनेक युवाओं के अलावा ऐसी वीडियो बनाकर इसे वायरल करने वाला ‘ढिल्लों बॉक्सर’, गन्नौर के सतनाला गांव का राहुल, भिवानी क्षेत्र का गौसेवक कालू कुंडल व राजस्थान के टोंक जिला के भी कई लोग शामिल थे। इनका आरोप था कि प्रबंधकों ने गौशाला को बूचड़खाना बना दिया है जहां मृत गौवंश के शरीर को जमीन में दफनाने की बजाय उसका सौदा किया जा रहा है।
आंदोलनकारी युवाओं को गौशाला से दूर पिल्लूखेड़ा-भम्भेवा सड़क मार्ग पर भारी पुलिस बल ने रोक दिया जहां उन्हें समझा रहे सफीदों के डीएसपी आशीष कुमार से आंदोलनकारी गौसेवकों ने इस गौशाला के प्रबंधकों पर गौहत्या का मामला दर्ज करने, प्रबंध कमेटी को बर्खास्त कर नई कमेटी बनाए जाने की मांग की। जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय गौशाला धड़ौली में परंपरागत मकर संक्रांति का उत्सव 14 जनवरी को मनाया गया था। इसमें भाग लेने को आए गन्नौर क्षेत्र के सतनाला गांव के राहुल ने गौशाला परिसर में एक गोवंश का धड़ से अलग सिर व वहां हड्डियों का ढेर देखा तो इसकी वीडियो बना ली और इसे सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद दूर-दूर के इलाकों से भी लोग यहां गौशाला प्रबंधकों के खिलाफ जमा हो गए और कार्रवाई की मांग करने लगे।
इस गौशाला की प्रबंधक कमेटी के प्रधान सुधार देसवाल ने बताया कि मकर संक्रांति के दिन किसी ने पिछवाड़े के परिसर में गोवंश के
सिर वगैरा की वीडियो बनाकर वायरल कर दी।
वायरल हुई वीडियो के हवाले से सफ़ीदों की पिल्लूखेड़ा पुलिस ने थाना प्रभारी उपनिरीक्षक बीरबल सिंह के बयान पर इस गौशाला के अज्ञात कर्मचारी पर गौसंरक्षण अधिनियम की धारा 13(1) व 13(3) तथा भारतीय दंड संहिता की धारा 295ए के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। बीरबल सिंह ने बताया कि जांच में कंकाल का पोस्टमॉर्टम कराने के प्रक्रिया शुरू की गई है।