वंचित तबके के बच्चों को पढ़ाएंगे राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान के भावी वैज्ञानिक
करनाल, 6 सितंबर (हप्र)
राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल के छात्रों ने ‘वक्त की पुकार’ के सहयोग से छात्रों को शिक्षित करने के लिए और उन्हें आगे बढ़ने के लिए अनूठी सामाजिक गतिविधि शुरू की। संस्थान के निदेशक और कुलपति डॉ. धीर सिंह के मार्गदर्शन में छात्रों और शिक्षकों ने समाज के वंचित वर्ग के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए ज्ञानोदय नामक एक अनूठी पहल शुरू की है। शिक्षक दिवस के अवसर पर डॉ. धीर सिंह ने अनोखा कार्यक्रम शुरू किया है, जिसे संकाय के मार्गदर्शन में एनडीआरआई के स्नातक छात्रों द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा। इन छात्रों को गणित, विज्ञान और अंग्रेजी जैसे विषय तो पढ़ाएंगे ही साथ ही विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी करवाएंगे। वक्त की पुकार एक स्वैच्छिक संगठन है, जो पिछले कई वर्षों से समाज के कमजोर वर्गों के बच्चों को शिक्षित करने और उनके कौशल में सुधार करने के लिए काम कर रहा है, संस्थान के साथ साझेदारी कर रहा है।
शिक्षा बेहतर भविष्य की नींव
डॉ. सिंह ने कहा कि शिक्षा बेहतर भविष्य की नींव है। आज की दुनिया में छात्रों को साथी नागरिकों के साथ करुणा, समानता और रिश्तेदारी को बढ़ावा देना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान में मानवता के गुणों वाले भावुक टेक्नोक्रेट वैज्ञानिकों और शिक्षाविदों को तैयार करने पर जोर दिया जाता है। राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल के संकाय ने भी इस तरह की पहल के लिए अपना पूरा समर्थन देने की पेशकश की है।
यह पहल आईडीपी-एनएएचईपी परियोजना का हिस्सा
यह पहल आईडीपी-एनएएचईपी परियोजना का हिस्सा है, जो संस्थान में कार्यान्वयन के अधीन है। परियोजना का एक उद्देश्य वंचित छात्रों के लिए समान हिस्सेदारी कार्य योजना के लिए मजबूत प्रावधानों का निर्माण करना और समुदायों और हितधारकों को अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करने के लिए संलग्न करना है।