फलदार वृक्षों के फूलों का आमंत्रण
रमेश पठानिया
कुल्लू घाटी में लम्बी सर्दियों और हाल ही में हुई बर्फ़बारी के बाद मौसम खुलने लगा है और अचानक फलदार पौधों पर फूल दिखने लगे हैं। चेरी ब्लॉसम जैसे जापान के अधिकतर शहरों और घाटियों में पलम, आड़ू तथा चेरी के पौधों पर फूल खिलने लगते हैं। हिमाचल में कुल्लू, मंडी, शिमला, किनौर की ऊंची मनोहारी वादियों में इन पौधों में खिले फूल पर्यटकों के लिए उल्लास का कारण बनेंगे। जापान में तो चेरी ब्लॉसम का आगमन एक बड़ा उत्सव ही होता है। पहाड़ों पर घूमने के लिए मार्च, अप्रैल, मई और जून के महीने बहुत सुहावने होते हैं। सर्दियां ख़त्म हो गयी होती हैं और तापमान सैर-सपाटे के लिये उपयुक्त होता है। आसमान नीला, पेड़ों पर फूल, वादी में हल्की महक और पर्वतीय शृंखलाओं में बर्फ की चादरें और नदियों का कलकल बहता पानी। हां, जैसे-जैसे मई-जून पास आता है, पर्यटकों की भीड़ भी बढ़ने लग जाती है।
वादी में जब फूलों की बहार आती है तो तरह-तरह के पक्षी भी इन फूलों पर मंडराने लगते हैं। इन फूलों के आसपास छोटे-छोटे कीड़े होते हैं जिन्हें पक्षी अपना आहार बनाते हैं। बहुत सारे पक्षी, परागण में भी मदद करते हैं। कई बार परागण हवा से भी होता है और अधिकतर परागण मधुमक्खियों द्वारा किया जाता है। इसलिए मधुमक्खियों का हमारे परिवेश में होना बहुत ज़रूरी है।
हिमाचल में जिन फलदार पौधों में, इस मौसम में फूल खिलते हैं, वह हैं— पलम, आड़ू, बादाम, चेरी, खुमानी और अंत में सेब। इस बार मौसम में इस बदलाव के कारण कहीं यह फूल जल्दी खिल गए और कहीं अब खिलने शुरू हुए हैं। जैसे-जैसे मौसम में गर्माहट आएगी और तापमान बढ़ेगा, वादी में फूलों से चित्रकारी होगी, प्रकृति से बेहतर कोई चित्रकार नहीं।
जापान में तो चेरी ब्लॉसम को लेकर भविष्यवाणियां भी की जाती हैं। जापान के मशहूर शहर क्योटो में, पहला फूल 22 मार्च को खिलने की उम्मीद है जो वहां के लोगों के अनुसार चार दिन पहले खिलेगा और मार्च महीने के अंत तक आखिरी फूल दिखाई देंगे।
दूसरे बड़े शहर ओसाका में इस महीने की 24 तारीख तक फूल दिखाई देंगे और हो सकता है एक अप्रैल तक सब जगह फूल खिल जाएं ओसाका में। यह भविष्यवाणियां, तापमान और मौसम को मध्यनज़र रखकर की जाती हैं। होक्काइडो का सबसे उत्तरी प्रान्त चेरी ब्लॉसम देखने वाला आखिरी क्षेत्र होगा ऐसा भविष्य वक्ताओं का मानना है। साप्पोरो के लिए, सकुरा सीजन की शुरुआत काफी देरी से होगी। वहां शायद 30 अप्रैल तक फूल खिलने शुरू हो जायेंगे और चार मई तक पूरी तरह फूल खिल जायेंगे। हिमाचल और कश्मीर में जहां यह फलदार पौधे अधिक होते हैं, अभी तक इस तरह की भविष्यवाणियों का सिलसिला शुरू नहीं हुआ है।
आप अगर पहाड़ में फूल देखने और कुछ रूमानी समय बिताने आना चाहते हैं तो यह उपयुक्त समय है।