फर्जी दस्तावेजों से प्लॉट बेचकर 16 लाख की धोखाधड़ी
रेवाड़ी, 13 अक्तूबर (हप्र)
दिल्ली के एक युवक को रेवाड़ी में प्लॉट खरीदने के दौरान 16 लाख रुपये की धोखाधड़ी का सामना करना पड़ा। युवक ने अपने पूर्व ड्राइवर से यह प्लॉट खरीदा था, लेकिन ड्राइवर ने फर्जी दस्तावेज सौंपकर उसे ठग लिया। नयी दिल्ली के पश्चिम विहार निवासी अजीत सिंह ने पुलिस अधीक्षक को दी शिकायत में बताया कि गुरुग्राम निवासी दयानंद यादव उसके पास ड्राइवर का काम करता था। वह रेवाड़ी में एक प्लाट बेचना चाहता था। अजीत सिंह ने यह सौदा करने की सहमति जताई। दयानंद ने कहा कि उस समय रजिस्ट्री बंद है और जैसे ही शुरू होगी, वह प्लॉट की रजिस्ट्री अजीत के नाम करवा देगा। अजीत सिंह दयानंद की बातों में आ गया और 200 गज के इस प्लॉट के लिए 16 लाख रुपये में सौदा तय किया, जिसमें उसने 6 लाख रुपये एडवांस के रूप में दयानंद को दे दिए। फरवरी 2023 में दयानंद ने रजिस्ट्री करवाने के लिए अजीत सिंह को रेवाड़ी बुलाया। उसने कुछ दस्तावेज सौंपे और कहा कि रजिस्ट्री हो गई है, और वह जल्द ही रजिस्ट्री की कॉपी दे देगा। इसके बाद अजीत ने दयानंद को 7 लाख रुपये नकद और 3 लाख रुपये का चेक सौंप दिया। इस दौरान अजीत सिंह प्लॉट पर काबिज रहा। लेकिन जब उसने हाल ही में प्लॉट बेचने की कोशिश की, तो पता चला कि प्लॉट किसी और के नाम पर है। अजीत सिंह ने जब दयानंद से संपर्क किया, तो उसने दावा किया कि वह 2013 में ही प्लॉट अजीत के नाम करवा चुका है।