रेवाड़ी के चार एसएचओ सस्पेंड, ज्वैलर से लूट के मामले में गिरी गाज
रेवाड़ी, 28 नवंबर (हप्र)
बावल के ज्वैलरी शोरूम में पिस्तौल से गोली मारकर हुई लूट के मामले में लापरवाही बरतने पर चार थाना एसएचओ पर गाजी गिरी है। उन्हें पदों से निलंबित कर दिया गया है और इन चारों एसएचओ का मुख्यालय पुलिस लाइन रेवाड़ी कर दिया गया है। जिला पुलिस अधीक्षक गौरव राजपुरोहित ने इनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिये हैं। लूट के इस मामले की जांच का जिम्मा डीएसपी मुख्यालय को सौंप दिया गया है।
निलंबित किये गए थाना प्रभारियों में बावल थाना के प्रभारी लाजपत, सिटी थाना के सुरेन्द्र सिंह, मॉडल टाउन थाना के मुकेश चन्द व रोहड़ाई थाना प्रभारी भगवत प्रसाद शामिल हैं। इन सभी प्रभारियों को निलंबित करने से पूर्व जिला पुलिस अधीक्षक गौरव राजपुरोहित ने कारण बताओ नोटिस जारी किये थे। लेकिन रोहड़ाई थाना के प्रभारी भगवत प्रसाद के अलावा बाकी तीनों थाना प्रभारियों ने कारण बताओ नोटिस का जवाब देना भी उचित नहीं समझा। भगवत प्रसाद द्वारा दिया गया जवाब भी संतोषजनक नहीं पाया गया।
बता दें कि 11 नवम्बर को बावल के कोमल ज्वैलर्स नामक शोरूम में बाइकों पर सवार होकर आये बदमाशों दिनदहाड़े लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया था। बदमाशों ने शोरूम मालिक प्रीतम सोनी को डराया धमकाया और उनके बेटे हितेन्द्र सोनी को गोली मारकर घायल कर दिया थ। बदमाश शोरूम से अपने साथ 5 लाख रुपये के आभूषण व 30 हजार रुपये की नगदी ने ले गए थे। इस लूट से व्यापारियों व ज्वैलर्स में भारी रोष व दहशत छा गई। बदमाशों को पकडऩे का पुलिस पर दबाव लगातार बढ़ता जा रहा था। वारदात को सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को उपलब्ध करा दिया था।
जिला पुलिस अधीक्षक राजपुरोहित ने बदमाशों को पकडऩे के लिए पुलिस की 5 टीमें गठित की थी। भारी भागदौड़ के बाद तीन दिन पूर्व दो बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ गये थे। इनकी पहचान गुरुग्राम हाजीपुर के वेदपाल उर्फ छोटू व रोहतक सूर्य नगर के सचिन के रूप में हुई है। इन्हें रिमांड पर लेकर कड़ी पूछताछ की जा रही है। इस वारदात में कुल चार बदमाश शामिल थे। शेष दो की तलाश की जा रही है।
शोरूम लूट को अंजाम देकर जब बदमाश फरार हुए तो ये जिला के चार थाना क्षेत्रों से गुजरे और पुलिस को चकमा देकर निकल गए। आरोप है कि लूट होते ही विभाग द्वारा सभी थानों के लिए वीटी फ्लैश कर दी गई थी। यानि सभी थाना क्षेत्रों को सूचना दे दी गई थी। इसके बाद भी उक्त चार थाना प्रभारियों ने लापरवाही बरती और अपने-अपने थाना क्षेत्र में नाकेबंदी नहीं की। जिसके चलते बदमाश रेवाड़ी से फरार हो गए। वारदात का मास्टरमांइड वेदपाल है और उसे हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा हो चुकी है। वह पैरोल पर आकर फरार चल रहा था।