For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.

पिकनिक पर राजस्थान गए चार बच्चों के साथ की छेड़छाड़

08:14 AM Nov 04, 2023 IST
पिकनिक पर राजस्थान गए चार बच्चों के साथ की छेड़छाड़
Advertisement

हिसार 3 नवंबर (हप्र)
राजस्थान में पिकनिक मनाने गए एक निजी स्कूल के चार छात्रों के साथ स्कूल के एक अध्यापक ने बस में और फिर उदयपुर के होटल में छेड़छाड़ की। यही नहीं उस शिक्षक ने बच्चों को नशीली दवा दे दी जिससे चार बच्चों की हालत बिगड़ गई और उनको रात को ही अस्पताल में दाखिल करवाया गया। मामले की जानकारी जब स्कूल संचालिका को दी गई तो उन्होंने मामला दबा दिया। घटना के विरोध में शुक्रवार को स्कूल में काफी अभिभावक भी एकत्रित हुए।
इस बारे में हिसार पुलिस ने एक छात्र के पिता की शिकायत पर स्कूल के एक शिक्षक व स्कूल संचालिका के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस को दी शिकायत में अभिभावकों ने बताया कि उनके बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं और इस स्कूल का एक टूर 28 अक्तूबर को शाम 5 बजे राजस्थान के लिए रवाना हुए जिसमें कुल 71 बच्चे पिकनिक मनाने के लिए गए थे। उनके साथ छह महिला शिक्षिका, चार पुरुष शिक्षिक थे। शाम होते हुए एक शिक्षक ने बस में ही नाबालिग बच्चों को गलत नीयत से छू कर उनके साथ छेड़छाड़ करनी शुरू कर दी। जब बच्चों ने इस बात का विरोध किया तो उसने धमकी दी कि अगर कुछ बोले तो टूर रद्द करके बीच रास्ते में ही उतार देगा। अगले दिन रात को उदयपुर के होटल में बच्चे रूके तो रात को वह शिक्षिक बच्चों के कमरों में घुस गया और छेड़छाड़ शुरू कर दी। जब बच्चों ने कहा कि उनकी तबीयत खराब है और वे थके हुए हैं। इस पर उस शिक्षिक ने बच्चों को कुछ नशीली दवा दे दी जिससे वे बेसुध हो गए। कुछ बच्चे होश में थे जिन्होंने देखा कि वह शिक्षिक बच्चों के साथ गलत हरकत कर रहा था। बच्चों के कपड़े उतारकर अपने हाथ से उनके साथ छेड़छाड़ कर रहा था।

संचालिका पर मामला दबाने का आरोप

नशीली दवा से बच्चों की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई जिसके कारण सरा स्टाफ जग गया और बच्चों को अस्पताल लेकर गए। वह शिक्षक यह सब देखकर रात को ही होटल से फरार हो गया। उन्होंने कहा कि इस घटना के बावजूद बच्चों और स्कूल स्टाफ ने दो दिन राजस्थान में ही गुजारे। अब बच्चे स्कूल जाने से डर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जब स्कूल की संचालिका से बात की तो उन्होंने मामले की कार्रवाई करने की बजाय मामले को दबा दिया।

Advertisement

Advertisement
Advertisement
Advertisement
×