भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष के खिलाफ एकजुट हुए पूर्व सांसद समर्थक
मदन लाल गर्ग/हप्र
फतेहाबाद, 25 मार्च
जिले में भाजपा नेताओं में चल रही आपसी खींचतान अब सड़कों पर आ गई है। मंगलवार को सिरसा लोकसभा हलके से आए पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल समर्थक करीब सौ कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष प्रवीण जोड़ा को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में पूर्व जिलाध्यक्ष बलदेव ग्रोहा के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पार्टी से निकालने की मांग की गई है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि वायरल ऑडियो में पूर्व जिलाध्यक्ष ने पूर्व सांसद के बारे अभद्र भाषा का प्रयोग किया है। इस बात को लेकर तीन दिन बीत चुके हैं, लेकिन पूर्व जिलाध्यक्ष बलदेव ग्रोहा ने सुनीता दुग्गल व पार्टी से माफी नहीं मांगी है।
इस कारण सभी कार्यकर्ताओं ने फैसला लिया है कि जिलाध्यक्ष के माध्यम से मुख्यमंत्री, प्रदेशाध्यक्ष व राष्ट्रीय अध्यक्ष से ऐसे आदमी
को पार्टी से बर्खास्त करने की मांग की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि यदि बलदेव ग्रोहा के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती
तो कार्यकर्ता सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करेंगे।
गौरतलब है कि तीन-चार दिन पहले पूर्व जिलाध्यक्ष बलदेव ग्रोहा की एक ऑडियो वायरल हुई थी। उसमें ग्रोहा ने पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को लेकर बातचीत में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, जिसको लेकर कार्यकर्ताओं ने आपत्ति जाहिर की है। मंगलवार को भाजपा कार्यालय पहुंचने वालों में सिरसा, रोड़ी, रतिया व फतेहाबाद हलके से कार्यकर्ता आए थे, जिन्होंने नवनियुक्त जिलाध्यक्ष प्रवीण जोड़ा को ज्ञापन सौंपकर रोष जाहिर किया। मंजू बाजीगर ने कहा कि पूर्व जिलाध्यक्ष ने पूर्व सांसद के लिए जैसी भाषा का प्रयोग किया है, वह बहुत ही निंदनीय है। सभी उनकी कड़ी निंदा करते हैं।
इंद्र गावड़ी ने कहा कि पूर्व जिलाध्यक्ष ने राष्ट्रीय नेता का अपमान किया है। उनका अपमान सहन नहीं किया जाएगा। कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि इस तरह की भाषा के लिए या तो बलदेव ग्रोहा माफी मांगें या फिर पार्टी कार्रवाई करे।
प्रदेशाध्यक्ष लेंगे निर्णय
जिलाध्यक्ष प्रवीण जोड़ा ने इस संबंध में कहा कि रतिया से कार्यकर्ता आए हैं। उन्होंने ज्ञापन दिया है। उनकी भावनाओं को प्रदेशाध्यक्ष तक पहुंचा दिया जाएगा। पूर्व जिलाध्यक्ष के प्रति क्या किया जाएगा, यह निर्णय प्रदेश हाईकमान लेगा। याद रहे कि 17 मार्च को भाजपा के नये जिलाध्यक्ष नियुक्त किए जाने के बाद पार्टी में गुटबाज़ी चरम सीमा पर पहुंच गई है। जिले में इन सबसे पार्टी की छवि का तो नुकसान हो ही रहा है, इसके साथ भाजपा नेता व कार्यकर्ता भी दो धड़ों में बंट गए। बताया जाता है कि चार दिन पहले भाजपा के जिला कार्यालय में निर्वतमान प्रधान व एक वरिष्ठ कार्यकर्ता के बीच हाथापाई भी हुई थी।