सात साल में पांचवीं बार क्षतिग्रस्त फ्लाईओवर
गुरुग्राम, 9 जनवरी (हप्र) : दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर हीरो होंंडा चौक (एकलव्य चौक) फ्लाईओवर के बार-बार क्षतिग्रस्त होने को लेकर इसके निर्माण में कोताही बरतने के आरोप लग रहे हैं। वर्ष 2017 में आमजन के लिए खोला गया यह फ्लाईओवर सात साल में पांच बार क्षतिग्रस्त हो चुका है। कई जगह से इसका लेंटर गिर चुका है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की ओर से फ्लाईओवर के फिर से क्षतिग्रस्त होने पर स्ट्रक्चरल ऑडिट करवाने की बात कही गई है। इसके लिए केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआई) को नियुक्त किया गया है।
जुलाई 2017 में इस फ्लाईओवर का उद्घाटन कर इसे आम जनता के लिए खोला गया था। शुरू होने से एक साल से भी कम समय में 23 अप्रैल, 2018 को फ्लाईओवर का लेंटर गिरा था। क्षतिग्रस्त फ्लाईओवर दुरुस्त करने के लिए कम से कम तीन महीने तक वहां से यातायात बंद रखा जाता है। यहां काफी समय तक यातायात को बंद रखा गया। एक साल बाद 8 मई, 2019 को दोबारा यह फ्लाईओवर क्षतिग्रस्त हो गया। एहतियात के तौर पर वाहनों के आवागमन पर रोककर इसे दुरुस्त किया गया। वर्ष 2020 में यातायात के लिए इसे फिर खोला गया। फ्लाईओवर में कमियों को देखते हुए सितंबर, 2022 में इसकी जांच के लिए छह तक दिन तक फ्लाईओवर को बंद रखा गया। 28 मई, 2024 को फिर से हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर क्षतिग्रस्त हो गया। तब से लेकर अब तक उस लेन को यातायात के लिए शुरू नहीं किया गया था। बैरिकेड लगाकर लेन पूरी तरह से बंद है। दिसंबर, 2024 में यहां गड्ढा बन गया था। अब फिर एक जगह से फ्लाईओवर का लेंटर गिरने से इसके निर्माण पर सवाल खड़े होने लगे हैं।
एनएचएआई द्वारा हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर के फिर से क्षतिग्रस्त होने पर इस फ्लाईओवर का स्ट्रक्चरल ऑडिट करने के लिए केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआई) को जिम्मा सौंपा गया है। एनएचएआई की ओर से एक्स पर यह जानकारी दी गई है। साथ ही वाहन चालकों को हो रही असुविधा के लिए खेद जताया है।
तब कंपनी के चार अधिकारी किए थे गिरफ्तार
फ्लाईओवर क्षतिग्रस्त होने के मामले में 25 मई को आरटीआई कार्यकर्ता रमेश यादव की शिकायत पर गुरुग्राम के सेक्टर-37 पुलिस थाना में केस दर्ज किया गया। साथ ही निर्माण कंपनी के चार अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था।