आसमान से बरस रही आग, बाजार हुए सुनसान, पेय पदार्थों की बढ़ी मांग
शाहाबाद मारकंडा, 26 मई (निस)
पिछले कुछ दिनों से मानो आसमान से आग बरस रही है। दिन निकलने के लगभग 2 घंटे बाद ही सूर्यदेव ने लोगों के पसीने छुड़वाने शुरू कर दिए। उल्लेखनीय है कि पिछले कई दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी से आमजन जीवन अस्त-व्यस्त होकर रह गया है।
दोपहिया वाहनों पर चलना तो मानों आग की भट्ठी में से गुजरने जैसा है। लोगों का गर्मी के मारे बुरा हाल है, जिससे लोग घरों में ही दुबके रहने को मजबूर हो रहे हैं।
सभी सड़कें सुनसान पड़ी हैं, मानों कर्फ्यू सा लग गया हो। सड़क पर हर कोई युवक व युवती अपने मुंह व सिर को दुपट्टे या पटकों में लपेटकर सड़क से गुजर रही हैं। वहीं गर्म हवाओं ने भी लोगों को परेशान कर रखा है। स्कूलों के अवकाश होने के कारण अभिभावक अपने बच्चों को लेकर गर्मी के कारण ज्यादा चिंतित दिखाई दे रहे हैं, क्योंकि बच्चे गर्मी की परवाह करे बिना खेलने से बाज नहीं आ रहे हैं। अभिभावकों को उनके बीमार होने का भय सता रहा है।
गर्मी के कारण लोगों की दुकानदारी पर भी काफी असर हो रहा है। गर्मी के कारण दुकानदार के पास कोई इक्का-दुक्का ग्राहक ही नजर आ रहा है। भयंकर गर्मी के चलते शाहाबाद क्षेत्र में इस समय नीबू-शिकंजवी, आईसक्रीम व गन्ने का रस व इसके साथ-साथ तरबूज व खरबूजा के बेचने वाले दुकानदारों के पास इस प्रकार का सामान लेने लिए भीड़ जुट रही है, क्योंकि भयंकर गर्मी के कारण लोगों को यह ठंडी चीजें कहीं न कहीं कुछ पल के लिए राहत दे रही हैं। इलेक्ट्रॉनिक दुकानों में एसी, फ्रिज खरीदने वालों की भीड़ है। लोगों का मानना है कि अगर जल्द ही इंद्र देवता ने अपनी कृपा नहीं की तो और परेशानी होगी।
दोपहर को बाहर निकलने से बचें
चिकित्सकों का कहना है कि गर्मी में सावधानी बरतें, हीटवेव से बचने के लिए खूब पानी पीएं। कैफीन या अल्कोहल वाले पेय पदार्थों का सेवन करने से परहेज करें, नींबू पानी, छाछ, सत्तू, छबील, आमपन्ना जैसे घरेलू पेय पदार्थ लू से बचने के लिए काफी कारगर होते हैं। पीक आवर्स के दौरान दिन में 12 से 3 बजे तक घर से बाहर निकलने से बचें। गर्मी के दौरान टोपी, चश्मा, सूती व हलके कपड़े पहनें।
मौत का कारण बन सकता है हीट स्ट्रोक
गर्मी में लापरवाही की वजह से स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है, जिस कारण कमजोरी, चक्कर, सिरदर्द होता है। मतली या उल्टी, भारी पसीना, मांसपेशियों में ऐंठन और बेहोशी जैसे समस्याएं हो सकती हैं। हीटस्ट्रोक एक चिकित्सीय आपात स्थिति है और इसके लिए तत्काल चिकित्सा लेने के साथ साथ ध्यान देने की आवश्यकता है। इसमें लापरवाही बरतने पर मौत भी हो सकती है। चिकित्सकों ने कहा है कि गर्मी के मौसम में बुजुर्गों, बच्चों व गर्भवती महिलाओं को विशेष तौर पर ध्यान देने की जरूरत रहती है। सावधानियां बरतकर हम खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।