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किसानों के खिलाफ एफआईआर, गिरफ्तारी का विरोध

07:31 AM Oct 22, 2024 IST
कैथल स्थित ढांड में सरकार विरोधी नारेबाजी करते संगठन कार्यकर्ता।-हप्र

कैथल, 21 अक्तूबर (हप्र)
आल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन ने पराली के फाने जलाने पर किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने, दो वर्ष तक न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उसकी फसल की खरीद ना करने व पोर्टल में रेड निशान लगाने के विरोध में सरकार विरोधी नारेबाजी कर रोष जताया।
संगठन के जिलाध्यक्ष कामरेड राजकुमार सारसा व जिला सचिव कामरेड कृष्ण चंद ने ढांड स्थित कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सरकार के इस प्रकार के तुगलकी फरमान की घोर निंदा की है।
उन्होंने कहा कि धान की कटाई के बाद किसानों को गेहूं की बुआई के लिए खेतों को तैयार करना होता है। उसके लिए सबसे पहले खेत की जुताई करनी पढ़ती है।
जब तक खेतों में पराली पड़ी रहेगी तब तक खेत की जुलाई करना संभव नही है।
कामरेड ने कहा कि अगर समय पर खेत की जुताई करके पानी नही लगाया गया तो गेहूं की बिजाई समय पर कर पाना संभव नहीं होगा और समय पर बुआई नही करने से उसके उत्पादन में कमी आएगी। इन्हीं सभी कारणों को ध्यान में रखते हुए मजबूरन किसानों को पराली में आग लगानी पड़ती है।
उन्होंने कहा कि किसान के पास पराली को खेत से उठाने के लिए संसाधन नही है। सरकार द्वारा जो पराली के लिए प्रबंध किए हुए है वह नाकाफी है।
सरकार को चाहिए कि धरातल पर पराली प्रबंधन के व्यापक स्तर पर इंतजाम किए जाएं,जिनका किसानों को फायदा हो और उन्हें पराली न जलानी पड़े।

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पानीपत (हप्र) : संयुक्त किसान मोर्चा की पानीपत जिला तालमेल कमेटी की बैठक सोमवार को गीता कॉलोनी स्थित शिव वर्मा स्मारक भवन में हुई। जिसकी अध्यक्षता एसकेएम के जिला संयोजक जयकरण कादियान ने की और संचालन जिला सह संयोजक कामरेड सुनील दत्त ने किया। बैठक में हरियाणा सरकार द्वारा पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने और मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रेड एंट्री करके उन किसानों की अगले दो सीजन तक एमएसपी पर फसल नहीं खरीदने के आदेशों की कड़ी निंदा की गई।
वहीं बैठक में सभी किसान व मजदूर नेताओं ने फैसला लिया कि सरकार के इन आदेशों के विरोध में 25 अक्तूबर को एसकेएम के नेतृत्व में किसान व मजदूर संगठन विरोध प्रदर्शन करेंगे और इन आदेशों को वापस लेने व पराली का प्रबंधन सरकार द्वारा ही करने की मांग को लेकर डीसी के माध्यम से ज्ञापन सौंपा जाएगा। बैठक में अखिल भारतीय किसान सभा के जिला प्रधान डॉ. सुरेंद्र मलिक, जिला सचिव राजपाल, कोषाध्यक्ष दिलावर सिंह राठी, सह सचिव रामकिशन कुंडू, सीटू के जिला सचिव जय भगवान, कोषाध्यक्ष नवीन सपड़ा, एटक मजदूर संगठन के जिला प्रधान पवन सैनी एडवोकेट, खेत मजदूर यूनियन के जिला प्रधान रोहताश आदि उपस्थित रहे।
कुरुक्षेत्र (हप्र): ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन ने पराली के फाने जलाने पर किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार करने, दो साल तक न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उसकी फसल की खरीद न करने व पोर्टल में रेड निशान लगाने की घोर निन्दा करते हुए इस तुगलकी फरमान को सरकार से वापिस लेने की मांग की। संगठन के जिलाध्यक्ष कामरेड राजकुमार सारसा व जिला सचिव कामरेड कृष्ण चंद ने निम्नलिखित बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि यह सीजन किसानों के लिए मारामारी का होता है। किसानों को अगली फसल की बुआई के लिए जमीन तैयार करनी पड़ती है, जिससे किसानों को मजबूरी में फाने जलाने पड़ते हैं। फाने के बंडल बनाने वाली भी पर्याप्त मात्रा में मशीन नहीं है। फाने बनाने वाले किसानों को कुछ देते भी नहीं हैं जो पैसा मिलता भी है वो ज्यादातर खुद हड़प जाते हैं, लेकिन सरकार फैक्टरी मालिकों के खिलाफ कभी भी एफआईआर दर्ज नहीं करती जो बारह महीने दिन-रात प्रदुषण फैलाती हैं।

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