पानीपत जिला में पराली जलाने वाले 8 किसानों पर एफआईआर
पानीपत, 24 अक्तूबर (हप्र)
पानीपत जिला में कृषि विभाग को अभी तक पराली जलाने की 28 लोकेशन मिली हैं। विभाग की टीमों ने संबंधित गांव के पटवारियों व नंबरदारों आदि के साथ मिलकर मौके पर जाकर निरीक्षण किया है। विभाग ने अभी तक जिला के 8 किसानों पर 2500-2500 रुपये जुर्माना और 8 ही किसानों पर एफआईआर दर्ज करवाई गई है। जबकि विभाग की टीमों को लोकेशन की जांच में तीन साइड खेतों किनारे रास्तों में मिली हैं और 9 लोकेशन तो मिली ही नहीं हैं। इस बारे में कृषि विभाग के उप निदेशक आत्मा राम गोदारा व एसडीओ देवेंद्र कुहाड ने बताया कि जिला में अभी तक 8 किसानों के खिलाफ केस दर्ज करवाये गये है और 8 किसानों पर 20 हजार रुपये जुर्माना किया गया है। उन्होंने बताया कि विभाग की टीमों द्वारा अभी भी किसानों के खेतों में जाकर किसानों से पराली ना जलाने की अपील की जा रही है। सरकार की स्कीम के अनुसार पराली न जलाने वाले किसानों को एक हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
प्रोत्साहन राशि के लिये अब तक 1916 किसानों ने करवाया रजिस्ट्रेशन
कृषि एवं कल्याण विभाग के उप निदेशक आत्मा राम ने बताया कि पराली न जलाने वाले किसानों को सरकार द्वारा एक हजार रूपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी और उसके लिये किसानों द्वारा विभाग के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा। पिछले 15-20 दिनों से रजिस्ट्रेशन करवाने की प्रक्रिया चल रही है और किसान इसके लिये 30 नवंबर तक पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिला में अब तक 1916 किसानों द्वारा 20 हजार एकड़ का रजिस्ट्रेशन करवाया जा चुका है।
फसल अवशेष जलाने पर दो किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
इन्द्री (निस) : कई स्थानों पर किसान अपने फसल अवशेष को जला रहे हैं, जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है। फसल अवशेष को आग लगाने से वातावरण में चारों ओर धुएं का गुबार देखा जा सकता है, जिससे न केवल वातावरण प्रदूषित हो रहा है, बल्कि श्वास रोगियों को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। आंखों में जलन के मामले भी प्रकाश में आ रहे हैं। इस मामले में फसल अवशेष जलाने वाले किसानों पर कृषि विभाग ने कारवाई की है। खंड कृषि अधिकारी डॉ. अश्विनी कुमार ने बताया कि खेतों में फसल अवशेषों को आग लगाने वाले किसानों पर कृषि अधिकारियों द्वारा खंड के 11 किसानों पर 32 हजार 500 रुपये का जुर्माना किया गया है। उन्होंने बताया कि दो किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, वहीं 7 किसानों की मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर रेड एंट्री दर्ज की गई है। उन्होंने किसानों से आह्वान करते हुए कहा है कि किसान फसल अवशेषों को न जलाएं बल्कि कृषि यंत्रों के माध्यम से फसल अवशेषों का प्रबंधन करें। फसल अवशेषों का प्रबंधन करके सरकार की योजनाओं का फायदा उठाएं।