ललित कला कार्यशाला शुरू, विद्यार्थी दिखाएंगे प्रतिभा के जौहर
भिवानी, 14 अक्तूबर (हप्र)
स्थानीय वैश्य महाविद्यालय भिवानी के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ की ओर से आयोजित 7 दिवसीय ललित कला संवर्धन कार्यशाला का शुभारंभ स्वपोषित विभाग में हुआ। कार्यशाला का शुभारंभ वैश्य महाविद्यालय भिवानी के प्राचार्य डॉ. संजय गोयल, डीन एकेडमिक डॉ. नरेंद्र सिंह, सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ. हरिकेश पंघाल, सांस्कृतिक प्रकोष्ठ की सदस्य स्वपोषित विभाग की निदेशक डॉ. प्रोमिला सुहाग द्वारा किया गया।
अतिथियों का स्वागत करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गोयल ने कार्यशाला की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार तीली में छुपी आग को घर्षण करके प्रकट किया जा सकता है, वैसे ही इस तरह की कार्यशाला विद्यार्थियों की प्रतिभा को सतही तौर पर उभारती है। डीन एकेडमिक डॉ. नरेंद्र सिंह ने कहा कि महाविद्यालय प्रबंधन विधार्थियों के सर्वांगीण विकास के प्रति प्रतिबद्ध है। सांस्कृतिक प्रकोष्ठ की सदस्य स्वपोषित विभाग की निदेशक डॉ. प्रोमिला सुहाग ने कहा कि विद्यार्थियों को शिक्षा एवं खेलों के साथ ही सांस्कृतिक गतिविधियों में हिस्सा लेना चाहिए। सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ. हरिकेश पंघाल ने कहा कि सांस्कृतिक गतिविधियों से विद्यार्थियों का व्यक्तित्व विकास होता है। हर किसी में कोई न कोई प्रतिभा अवश्य होती है, जरूरत होती है छिपी प्रतिभा को संवारने और उसे प्रदर्शित करने की। इसी उद्देश्य से वैश्य महाविद्यालय भिवानी के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ द्वारा 7 दिवसीय ललित कला संवर्धन कार्यशाला का आयोजन महाविद्यालय प्रांगण में 14 से 19 अक्तूबर तक किया जा रहा है। इसमें वैश्य महाविद्यालय के ललित कलाओं में रुचि रखने वाले 30 से अधिक विद्यार्थी भाग लेंगे। उल्लेखनीय है कि ललित कला में ऑन द स्पॉट पेंटिंग पोस्टर मेकिंग, क्ले मॉडलिंग, कार्टूनिंग, मेहंदी, रंगोली, फोटोग्राफी कोलाज व इंस्टॉलेशन शामिल हैं।