कारोबार में वित्तीय क्षेत्र के रिसर्च विशेषज्ञ
अशोक जोशी
पिछले दिनों जैसे ही बजट प्रस्तुत किया गया, पूरे देश में इसका विश्लेषण होने लगा। बजट के पक्ष और विपक्ष में जो प्रतिक्रियाएं दी जाती हैं, वे राजनीतिक और सामाजिक ही होती हैं। लेकिन बजट का समग्र विश्लेषण कर उसके गुण-दोष तथा प्रभाव का आकलन केवल वित्त विश्लेषक या फाइनेंशियल एनालिस्ट ही कर सकता है। इस दृष्टि से बजट बनाने से लेकर इसके विश्लेषण में फाइनेंशियल एनालिस्ट की भूमिका सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है। यही कारण है कि बतौर कैरियर फाइनेंशियल एनालिस्ट बहुत डिमांड में है।
फाइनेंशियल एनालिस्ट का कार्य
फाइनेंशियल एनालिस्ट किसी भी व्यवसाय के वित्तीय क्षेत्र के रिसर्च विशेषज्ञ होते हैं। फाइनेंशियल एनालिस्ट कारोबार से जुड़े फाइनेंस डेटा की जानकारी कलेक्ट कर उन्हें ऑर्गनाइज़ करता है। सभी जानकारी, रिजल्ट का विश्लेषण कर, प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करके और भविष्य की गतिविधियों का पूर्वानुमान लगाकर संबंधित मैनेजमेंट के साथ इसे शेयर करता है। वह व्यवसाय के वित्तीय संकट को कम करने या टालने में सहयोग करता है। वहीं किसी संगठन के लिए बाजार के ट्रेंड या किसी कंपनी की मार्केट में स्थिति के बारे में संपूर्ण रिपोर्ट तैयार करता है। इन रिपोर्टों के जरिये कंपनी की वित्तीय स्थिति में सुधार कर उसके बिज़नेस को विकसित करने तथा उसे वांछित समूह तक पहुंचाने की रणनीति तैयार करने में अहम भूमिका निभाता है।
कारोबार में महत्वपूर्ण भूमिका
फाइनेंशियल एनालिस्ट का पद किसी भी व्यवसाय के लिए एक महत्वपूर्ण और अनिवार्य होता है। क्योंकि कोई भी व्यवसाय फाइनेंशियल एनालिस्ट के सहयोग बिना आगे नहीं बढ़ सकता। फाइनेंशियल एनालिस्ट एक मार्गदर्शक के रूप में अपना योगदान देता है। चाहे वह बिज़नेस हो, सेवा इंडस्ट्री हो, शिक्षा का क्षेत्र हो, या फिर कोई भी सरकारी विभाग हो जहां फाइनेंशियल गतिविधि होती है। फाइनेंशियल एनालिस्ट प्रोजेक्ट्स के लिए बजट निर्धारित करने,भविष्य में होने वाले खर्च और आय का अनुमान लगाने, बाजार में निवेश करने, व्यवसाय की आर्थिक स्थिति सुधारने, घाटे के समायोजन तथा भविष्य के लिए एक लाभकारी और दीर्घकालीन योजनाएं बनाने में मदद करता है।
कैरियर का स्कोप
फाइनेंशियल एनालिस्ट एक ऐसा कैरियर विकल्प है, जिसको अपनाने के बाद कोई भी छात्र अपने जीवन में फेल नहीं होता, वह बेहतर मुकाम हासिल करता है। इस क्षेत्र में कई ऐसे कैरियर ऑप्शन हैं, जिनमें छात्र अच्छी जॉब हासिल कर सकते हैं। फाइनेंशियल एनालिस्ट के कैरियर का दायरा बहुत बड़ा है, इसमें विभिन्न क्षेत्र जैसे बैंक, उद्योग, वित्त बाजार और प्रौद्योगिकी शामिल हैं। एक फाइनेंशियल एनालिस्ट फाइनेंशियल एनालिस्ट और एक स्वतंत्र वित्तीय निवेशक दोनों की भूमिका चुन सकता है। वर्तमान में बैंकों के अलावा, केंद्र व राज्य सरकारों के वित्त विभाग, फाइनेंशियल रिसर्च संस्थान, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के अलावा कई निजी कंपनियां इस क्षेत्र में जॉब उपलब्ध करवाती हैं। फाइनेंशियल एनालिस्ट से संबंधित योग्यता हासिल करने के बाद युवा फाइनेंशियल एनालिस्ट , फाइनेंशियल ऑडिटर, फाइनेंस कंट्रोलर ,फाइनेंस ऑफिसर ,रिस्क मैनेजर ,क्रेडिट मैनेजर ,कैश मैनेजर ,रिस्क एंड इंश्योरेंस मैनेजर ,फाइनेंस मैनेजर,फाइनेंशियल प्लानर, इन्वेस्टमेंट बैंकिंग एनालिस्ट ,अकाउंटेंट के रूप में अपना शानदार कैरियर चुन सकता है।
शैक्षणिक योग्यताएं
फाइनेंशियल एनालिस्ट बनने से पहले छात्रों को गणित विषय के साथ स्नातक उत्तीर्ण होना चाहिए। इसके अलावा वह बिजनेस, अकाउंटिंग, फाइनेंस या स्टैटिस्टिक्स, इकनॉमिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन उत्तीर्ण हो। आईसीएफआई से सीएफए कार्यक्रम उत्तीर्ण उम्मीदवार भी फाइनेंशियल एनालिस्ट के लिए आवेदन कर सकते हैं। चार्टर्ड अकाउंटेंसी, कॉस्ट एंड वर्क्स एकाउंटेंसी, कंपनी सेक्रेटरीशिप जैसे पाठ्यक्रमों के बाद भी फाइनेंशियल एनालिस्ट के पद के लिए आवेदन किया जा सकता है। इसके अलावा चार्टेड फाइनेंशियल एनालिस्ट, सर्टिफाइड पब्लिक अकाउंट,सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर,फाइनल रिस्क मैनेजमेंट,बीएससी एडवांस्ड फाइनेंशियल एनालिसिस,फाइनेंशियल एनालिसिस में पीजीडीएम,, बैंकिंग और वेल्थ मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजएट प्रोग्राम तथा फाइनेंस में एमएससी की डिग्री हासिल कर कैरियर में पंख लगाए जा सकते हैं। इस क्षेत्र में कैरियर बनाने वालों के लिए शैक्षणिक ष्योग्यताओं के अलावा वित्तीय डेटा का विश्लेषण करने, लाभदायक निवेश खोजने से संबंधित जानकारी ,ग्राहकों को सही तरीके से अपने विश्लेषण को समझाने, वित्तीय प्रतिभूतियों के मूल्य का आकलन करने तथा पोर्टफोलियो बनाने और पूर्वानुमान बनाने के लिए सॉफ़्टवेयर पैकेज का उपयोग करने का ज्ञान होना बेहद जरूरी है।
महत्वपूर्ण संस्थान
इस क्षेत्र में कैरियर बनाने वालों के लिए शैक्षणिक योग्यता प्रदान करने के लिए इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट अहमदाबाद,एमिटी विश्वविद्यालय, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट चेन्नई,जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट बैंगलोर, दिल्ली विश्वविद्यालय, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट कोलकाता, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी दिल्ली, सरदार वल्लभभाई नेशनल टेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट, मैनेजमेंट डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट, नेशनल इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट मुंबई,जेवियर विश्वविद्यालय चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, नरसी मोंजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, आईसीएफएआई फाउंडेशन,अटल बिहारी वाजपेयी इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट प्रमुख हैं।
कैरियर संभावनाएं
आम नियोक्ताओं में से कुछ एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, आईडीबीआई बैंक, कैनरा बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एल एंड टी फाइनेंस लिमिटेड के अलावा वित्तीय विश्लेषक बैंकों, इंश्योरेंस कंपनियों, बीमा कंपनियों, म्यूचअल फंड, इन्वेस्टमेंट में व्यवसाय करने वाली कंपनियों सहित कॉरपोरेट सेक्टर, शेयर बाजार के अलावा भारत सरकार और प्रदेश सरकारों के वित्तीय संस्थानों और वित्त मंत्रालय में सम्मानित पद पर काम कर सकते हैं। वहां 75 हजार से लेकर 10 लाख रुपए प्रति माह तक उच्च वेतनमान प्राप्त कर सकते हैं। आमतौर पर इन्हें सीनियर मैनेजर के समकक्ष पद तथा वेतन प्रदान किया जाता है।