सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते प्रदेश में गहराया खाद संकट : विक्रम कसाना
कैथल, 19 नवंबर (हप्र)
युवा भाकियू चढ़ूनी के प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना ने कहा कि सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते हरियाणा सहित देश के कई राज्यों में इन दिनों डीएपी का संकट गहराया हुआ है। किसान इस वक्त गेहूं और सरसों की बुवाई में लगे हैं ऐसे में अगर समय रहते खाद नहीं मिलती है तो फसलों को नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में डीएपी खाद को लेकर या तो अधिकारी सरकार को गुमराह कर रहे हैं या सरकार किसानों को गुमराह करने में लगे हुए हैं। सरकार बयानबाजी से परे हटकर डीएपी खाद उपलब्ध कराने की दिशा में उचित कदम उठाना चाहिए क्योंकि अगर गेहूं और सरसों की बिजाई का समय निकल गया तो इन फसलों का उत्पादन प्रभावित होगा।
ढांड बस स्टैंड के पास स्थित भाकियू कार्यालय में बातचीत करते हुए किसान नेता विक्रम कसाना ने कहा कि सरकार को जब पता है कि किसानों को कितनी डीएपी खाद चाहिए तो उसका उचित प्रबंध क्यों नहीं किया गया। हरियाणा में 89 लाख एकड़ से अधिक कृषि भूमि है और 16 लाख से ज्यादा किसान परिवार हैं। डीएपी खाद के लिए हरियाणा में किसान पूरे-पूरे दिन लाइन में खड़े रहते हैं उसके बावजूद खाद नहीं मिल पा रही। विक्रम कसाना ने कहा कि अगर खाद की कोई कमी नहीं है तो हर जिला किसानों की लंबी लाइनें क्यों लगी हैं। डीएपी खाद को लेकर अधिकारी सरकार को या सरकार किसानों को गुमराह कर रही हैं।