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किसानों ने एसडीएम कार्यालय पर दिया सांकेतिक धरना

08:56 AM Jun 27, 2024 IST
किसानों ने एसडीएम कार्यालय पर दिया सांकेतिक धरना
गुहला चीका में मिट्टी बेचने की जांच करवाने की मांग को लेकर धरना देते किसान यूनियन के सदस्य। -निस
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गुहला चीका, 26 जून (निस)
घग्गर नदी पर बने साइफन से निकलने वाली मिट्टी को खुले में बेचने के मामले की जांच करवाने की मांग को लेकर भाकियू (चढ़ूनी) ने आज एसडीएम कार्यालय पर एक दिन का सांकेतिक धरना देते हुए एसडीएम के नाम एक ज्ञापन सौंपा। धरने की अगुआई भाकियू जिला उपाध्यक्ष केवल सदरेहड़ी कर रहे थे। इस दौरान किसानों ने गुहला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की।
जिला उपाध्यक्ष केवल सदरेहड़ी ने बताया कि मिट्टी निकालने वाला ठेकेदार स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर मिट्टी को बेच लाखों रुपये कमा रहा है जबकि घग्गर नदी में आने वाली बाढ़ के मद्देनजर इस मिट्टी को जमा किया जाना है। केवल सदरेहड़ी ने बताया कि गांव सरोला के पास जहां घग्गर नदी के ऊपर से हांसी बुटाना नहर को गुजारा गया है, वहां पर एक बड़ा साइफन बनाया गया है।
बरसात के समय घग्गर नदी में बड़ी मात्रा में पानी के साथ रेत व मिट्टी बहकर आती है, जो इस साइफन में जमा हो जाती है। केवल ने बताया कि घग्गर नदी के पानी के बहाव में रुकावट पैदा न हो इसके लिए साइफन से हर साल मिट्टी निकाली जाती है और इसके लिए सरकार बाकायदा लाखों रुपये के टेंडर निकालती है। केवल ने बताया कि पिछले वर्ष घग्गर नदी में आई बाढ़ के दौरान दो जगहों से रिंग बांध टूट गया था। रिंग बांध के कटाव को पाटने के लिए प्रशासन ने दूर दराज से मिट्टी मंगवानी पड़ी थी, जिसके चलते कटाव को पाटने में देरी हुई और बाढ़ के पानी में कई गांवों में भारी नुकसान किया था।
केवल ने बताया कि इस बार बाढ़ के दौरान ऐसी स्थिति पैदा न हो इसके लिए साइफन से निकलने वाली मिट्टी से रिंग बांध व टो-वाल को मजबूत करने करना था और बाकी बची मिट्टी को एमरजेंसी के लिए जमा रखा था, लेकिन संबंधित ठेकेदार मिट्टी को जमा करने के बजाय बाजार में बेच मोटी कमाई कर रहा है और इसका खमियाजा बाढ़ की स्थिति में किसानों को भुगतना पड़ सकता है।
इस संबंध में जब ठेकेदार का पक्ष जानना चाहा तो उसने मोबाइल रिसीव नहीं किया। धरने के दौरान जरनैल सिंह जैली, लखविंद्र सिंह किंद्र, सुभाष भागल, गुरजंट टटियाना, पूर्व सरपंच सुरजीत सिंह खुशहाल माजरा, भूपेंद्र सिंह टटियाना भी मौजूद रहे।

ठेकेदार द्वारा मिट्टी बेचने के किसानों के आरोपों की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी पूरे मामले की निष्पक्षता से जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी। ठेकेदार रात के अंधेरे में मिट्टी बेचने जैसे काम को अंजाम न दे सके, इसके लिए आदेश दिए गए हैं कि साइफन पर मिट्टी निकालने के काम में लगी मशीनों की चाबियां ठेकेदार शाम को एसडीएम कार्यालय में जमा करवाएगा।
-कृष्ण कुमार, एसडीएम, गुहला।

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