Farmer's Protest : शंभू व खनौरी बार्डर पर पुलिस का एक्शन, किसानों के हटाए टेंट... अंबाला में भी बढ़ी हलचल
जितेंद्र अग्रवाल/गुरतेज सिंह प्यासा निस
अंबाला/संगरूर, 19 मार्च
Farmer's Protest : पंजाब पुलिस ने 13 महीने से बंद हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर को खोलने की कार्रवाई शुरू कर दी है। यहां बैठे किसानों के टेंट हटाए जा रहे हैं। बुलडोजर से उनके बनाए शेड तोड़े जा रहे हैं। इधर, अंबाला में भी पुलिस की हलचल तेज हो गई है। बड़ी संख्या में पुलिस तैनात है। हालांकि अभी कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है। अंबाला-राजपुरा रोड भी फिलहाल बंद है। वहीं, अंबाला में एक गुरुद्वारा से किसानों के लिए अनाउंसमेंट की जा रही है कि वे डटे रहें।

किसान नेता हिरासत में, पटियाला कमांडो सेंटर भेजे जाने की संभावना
बैठक के बाद जब किसान शंभू बॉर्डर लौट रहे थे, तभी पुलिस ने कई नेताओं को हिरासत में ले लिया। इनमें किसान मजदूर मोर्चा (KMM) के संयोजक सरवन पंधेर और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के जगजीत डल्लेवाल शामिल हैं। पंधेर को मोहाली की एयरपोर्ट रोड पर रोका गया। वहीं डल्लेवाल को संगरूर में एंबुलेंस समेत घेरकर हिरासत में लिया गया। इसके अलावा, किसान नेता काका सिंह कोटड़ा, अभिमन्यु कोहाड़, मनजीत राय और ओंकार सिंह को भी डिटेन किया गया है। सूचना है कि इन सभी को पटियाला के कमांडो सेंटर (बहादुरगढ़) में शिफ्ट किया जा सकता है।
इधर, खनौरी बार्डर पर आज देर सायं को खाली करवाने की कार्यवाही शुरू की गई जो देर रात तक चलने की संभावना है। भारी संख्या में सुरक्षा बल वाटर कैनन और अन्य साजोसामान समेत एक बड़े काफले के रूप में खनौरी बार्डर पर करीब साढ़े 7 बजे पहुंचे। आगे किसानों ने ट्रालियों के जरिए बैरिकेडिंग की थी, जिसे सुरक्षाबल ने हटा दिया। वहीं किसान भिड़ने लगे, लेकिन सुरक्षा बलों ने उठाकर वाहनों में चढ़ाना शुरू कर दिया। किसान इसका विरोध करने लगे तो पुलिस ने डेढ़ सौ से अधिक को हिरासत में ले लिया।
किसानों द्वारा बनाए रैन बसेरे तोड़ना शुरू
हिरासत में लिए गए किसानों को भिन्न-भिन्न जगह ले जाया गया। जेसीबी द्वारा ट्रालियों को हटाया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों ने अपील करते हुए कहा कि सभी बाहर आ जाएं। कुछ बाहर आएं उनको जाने दिया गया।
केंद्र और किसानों की वार्ता रही बेनतीजा
इससे पहले, शंभू बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों और केंद्र सरकार के बीच बुधवार को 7वें दौर की बातचीत हुई, जो बेनतीजा रही। बैठक सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक चली, जिसमें किसान नेताओं के साथ केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, पीयूष गोयल और प्रह्लाद जोशी मौजूद रहे। बातचीत विफल रहने के बाद किसान वापस लौट रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेना शुरू कर दिया।