किसानों का विरोध मार्च समाप्त, अब 24 से चंडीगढ़ में अनिश्चितकालीन धरना
संगरूर, 10 फरवरी (निस)
भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) के जिला स्तरीय पांच दिवसीय विरोध मार्च के आज आखिरी दिन पंजाब सरकार के खिलाफ खूब नारे गूंजे। ये धरने 16 जिलों से बढ़कर 17 जिलों तक पहुंच गए हैं। धरनों में युवाओं और महिलाओं की भरपूर भागीदारी है। किसान संगठन उगराहां के नेताओं ने कहा कि अब चंडीगढ़ में स्पष्ट मोर्चा लगाने की योजना है। चंडीगढ़ में 24 फरवरी से अनिश्चितकालीन धरना शुरू होगा जो मांगें मानने तक जारी रहेगा।
आज संगरूर में विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि किसानों के मुद्दों और संघर्षों की अनदेखी सरकार को महंगी पड़ सकती है। किसानों की मांगों को लेकर ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ (गैर-राजनीतिक) द्वारा 13 फरवरी को दिल्ली की ओर मार्च करने के फैसले के मद्देनजर उगराहां ने कहा कि ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ भी दिल्ली की ओर मार्च 13 फरवरी को नहीं करेगा। किसानों की मांगों और मुद्दों के समाधान के लिए फरवरी के अंत की ओर कदम बढ़ाया जाएगा।
जोगिंदर सिंह उगराहां ने पत्रकारों के इस सवाल के जवाब में कि क्या किसान यूनियन भी 13 फरवरी को दिल्ली की ओर मार्च करेगी, उन्होंने कहा, ‘यह कार्यक्रम ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ (गैर-राजनीतिक) का है। भले ही इस कार्यक्रम को तैयार करने वाले हमारे अपने भाई हैं, लेकिन 32 संगठनों से जुड़े ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ का दिल्ली की आत्मा पर फिर से दस्तक देने का कार्यक्रम फरवरी के अंत में है, जिस कारण उनका संगठन नहीं जा रहा है। 13 फरवरी को दिल्ली में डेरा डालने की अवधि के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह फैसला अभी मोर्चा ने नहीं लिया है लेकिन दिल्ली जाने का कार्यक्रम तय है। उगराहां के मुताबिक, ‘हां, इतना हो सकता है, फरवरी में नहीं तो मार्च की शुरुआत में प्रोग्राम बन सकता है, लेकिन मोर्चा एक बार फिर दिल्ली की ओर जरूर बढ़ेगा।’