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Farmers Protest : किसान बोले- केंद्र पर है डल्लेवाल को जबरन धरना स्थल से हटाना चाहता है या नहीं, कल पंजाब बंद का आह्वान

09:41 PM Dec 29, 2024 IST
farmers protest   किसान बोले  केंद्र पर है डल्लेवाल को जबरन धरना स्थल से हटाना चाहता है या नहीं  कल पंजाब बंद का आह्वान
पटियाला जिले में शंभू सीमा पर विरोध प्रदर्शन के दौरान किसान। पीटीआई फ़ाइल फोटो
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चंडीगढ़, 29 दिसंबर (भाषा)

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किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का अनिश्चितकालीन अनशन रविवार को 34वें दिन में प्रवेश कर गया। खनौरी में अन्य नेताओं ने कहा कि वे गांधीवादी तरीके से अपना विरोध जारी रखे हुए हैं। यह सरकार पर है कि वह उनके वरिष्ठ नेता (डल्लेवाल) को हटाने के लिए बल प्रयोग करना चाहती है या नहीं। किसान नेताओं का यह बयान डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती न कराए जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा पंजाब सरकार की कड़ी आलोचना किए जाने के बीच आया है।

कहानी गढ़ी जा रही है कि किसान जिद्दी हैं
एमएसपी की कानूनी गारंटी सहित कई मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए पंजाब-हरियाणा सीमा पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। खनौरी सीमा विरोध स्थल पर किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा, ‘‘हम यह साफ करना चाहते हैं कि केंद्र पहले दिन से ही हमारे आंदोलन को बदनाम करने और दबाने की कोशिश कर रहा है।'' इस तरह की कहानी गढ़ी जा रही है कि किसान जिद्दी हैं। जबकि केंद्र ही ऐसा (जिद्दी) रवैया अपना रहा है, हमारी बात नहीं सुन रहा है और किसानों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। हम गांधीवादी सिद्धांतों को अपनाकर अपना आंदोलन जारी रखे हुए हैं। हमारे आंदोलन ने साबित कर दिया है कि सरकार के अत्याचारों के कारण इतना कुछ सहने के बावजूद हम गांधीवादी तरीके से विरोध करना जारी रखे हुए हैं।''

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हम जीत की ओर... कड़ा रुख अपनाना चाहिए
कोहाड़ ने कहा, ‘‘हम इन सिद्धांतों का पालन कर रहे हैं। अब यह सरकार और संवैधानिक संस्थानों पर निर्भर है कि वे डल्लेवाल जी को हटाने के लिए बल प्रयोग करना चाहते हैं या नहीं।'' किसान यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि जो भी स्थिति उत्पन्न होगी, उसकी जिम्मेदारी केंद्र और संवैधानिक संस्थाओं की होगी। हम देश के लोगों से यह भी अपील करना चाहते हैं कि एमएसपी की गारंटी की मांग करने वाला आंदोलन निर्णायक चरण में पहुंच गया है। हम जीत की ओर हैं... हमें कड़ा रुख अपनाना चाहिए।

डल्लेवाल ने अपनी जान तक दांव पर लगा दी है।'' यह देश के लोगों पर निर्भर करता है कि वे घर ही बैठे रहे या डल्लेवाल के समर्थन में खनौरी पर बड़ी संख्या में पहुंचे। एसकेएम (गैर-राजनीतिक) नेता काका सिंह ने कहा कि सरकार डल्लेवाल को धरना स्थल से हटाने की कोशिश कर सकती है और उनकी यूनियन पंजाबियों से अधिक से अधिक संख्या में खनौरी पहुंचने की अपील कर रही है। डल्लेवाल ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह इस देश के किसानों की खातिर अपनी जान कुर्बान करने के लिए तैयार हैं।

सोमवार को पंजाब बंद का आह्वान
इस बीच, किसानों ने चार जनवरी को खनौरी विरोध स्थल पर ‘‘किसान महापंचायत'' का आह्वान किया है। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने भी सोमवार को पंजाब बंद का आह्वान किया है और दावा किया है कि उनके बंद के आह्वान को ट्रांसपोर्टर, कर्मचारियों, व्यापारियों और समाज के अन्य वर्गों से मजबूत समर्थन मिला है। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि सोमवार को पूर्ण बंद रहेगा, लेकिन आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी।

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