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पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के समर्थन में आए बांगर के किसान संगठन

10:35 AM Apr 16, 2024 IST
उचाना में पत्रकारों से बातचीत करते किसान संगठनों से जुड़े किसान नेता। -निस
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उचाना, 15 अप्रैल (निस)
भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह एवं उनके पूर्व सांसद बेटे बृजेंद्र सिंह के पक्ष में बांगर के किसान संगठन समर्थन में आए हैं। किसान नेताओं ने कहा कि हिसार लोकसभा से कांग्रेस बृजेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाती है तो किसान संगठन उनका पूरा समर्थन करेंगे।
कुछ किसान नेता, जिनका खुद का जनाधार नहीं है, इन नेताओं ने किसान आंदोलन के दौरान आंदोलन को कमजोर करने का काम किया, वे दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय पहुंच कर पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह को टिकट नहीं देने की बात कर रहे हैं। ऐसे नेताओं के बारे में उचाना हलके के लोग जानते हैं।
किसान नेताओं ने कहा कि किसान संगठन एवं किसान भाजपा को हराने के लिए लोकसभा चुनाव में मतदान करेंगे। इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार को हिसार लोकसभा से विजयी बनाने का काम करेंगे। भाजपा में रहते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया था तो खिलाड़ियों की आवाज उठाने के साथ-साथ जो भाजपा की सेना में अग्निवीर योजना है, उसका भी विरोध किया था।
पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह पूरे देश में पहले ऐसे सांसद थे, जिसने भाजपा से इस्तीफा दिया। किसान नेता बलवान ने कहा कि किसान मोर्चा का भी आह्वान है कि प्रजातंत्र को बचाने के लिए भाजपा के खिलाफ मतदान करें। कुछ किसान नेताओं द्वारा पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह को कांग्रेस से टिकट नहीं दिए जाने के सवाल कहा कि किसी किसी संगठन ने ये नहीं कहा कि किसको टिकट मिले, किसको टिकट न मिले।
किसान आंदोलन में अग्रणी रहे युवा किसान प्रदीप पालवां ने कहा कि बीरेंद्र सिंह किसानों के साथ किसान आंदोलन के समय से हैं। पलवल में किसानों के धरने में वे भाजपा में रहते हुए गए। खिलाड़ियों के धरने का समर्थन दिल्ली पहुंच कर किया। किसान आंदोलन का हिस्सा रहे पूर्व सरपंच कृष्ण सफाखेड़ी ने कहा कि किसान संगठनों का कोई आह्वान दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय जाकर किसी की टिकट कटवाने के लिए नहीं था। किसान नेता गुरनाम पालवां ने कहा कि किसानों की आड़ में कुछ किसान नेता बनने की फिराक में है।
वे खुद की राजनीति चमकाने के लिए दिल्ली गए हैं। दाड़न खाप से कृष्ण श्योकंद ने कहा कि जो किसान नेता खुद को कहता है, वह किसान संगठन के नाम पर चंदे की पर्ची काटते हैं।
इस मौके पर राममेहर श्योकंद, पूर्व सरपंच पासा सफाखेड़ी, राममेहर सरपंच सफाखेड़ी, राममेहर काकड़ोद, प्रदीप पालवां, राजेश खन्ना, दिलबाग पालवां, राजेश, राका, पप्पू, मनीष खरकभूरा, चरण सिंह डाहोला, अनूप, कर्मपाल, राममेहर, जगबीर पालवां, जसबीर, रामदिया, पवन बड़ौदा, अमित गुरुकुल खेड़ा, सुभाष खटकड़, रवि, सुरेंद्र नंबरदार मौजूद रहे।

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