जंगली सुअरों के आतंक से परेशान सीमावर्ती गांवों के किसान
अबोहर, 30 दिसंबर (निस)
राजस्थान और पाकिस्तान सीमा के साथ लगते गांवों के किसान इन दिनों जंगली सूअरों के आतंक से बेहद परेशान है। यह जंगली सूअर रात्रि के समय किसानों की आलू, गाजर और मूली सहित अन्य सब्जियों तथा किन्नू को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इन खूंखार जंगली सूअरों के हमले के भय से किसान दिन के समय भी अकेले बागों व सरसों आदि के खेतों में घुसने से डरता है। किसानों ने जिला प्रशासन से इस समस्या की ओर ध्यान देने की मांग की है। इस बारे में किरती किसान यूनियन के नेता विनोद कुमार, भाकियू लक्खोवाल के सुभाष गोदारा, विकास कूकना, रमेश सिहाग, संत लाल तथा दविंद्र सिंह आदि ने बताया कि इन दिनों गांव भागू, भागसर, दुतारांवाली, शेरगढ़, पटीसदीक, दोदेवाला, कुलार, मौजगढ़ आदि गांवों के खेतों में जंगली सूअरों का आतंक है। उन्होंने बताया कि यह सूअर दिन के समय बागों या सरसों की फसलों में छुपे रहते हैं और रात्रि के समय झुंड के रूप में निकलकर फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। किसानों के अनुसार अब उन्होंने अपने खेतों में आलू, गाजर और मूली आदि उगानी बंद कर दी है क्योंकि लाख कोशिशों के बाद भी यह सूअर फसलों को नहीं छोड़ते। वहीं इन दिनों किन्नू की डालियां झुक कर जमीन के नजदीक पहुंच गई हैं जिस कारण रात के समय यह जंगली सूअर किन्नू का भारी नुक्सान करते हैं। वहीं, सेही भी किन्नू को भारी नुक्सान पहुंचा रही है। किसानों का कहना है कि बार-बार मांग करने पर भी जिला प्रशासन इन जंगली जानवरों के आंतक की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा।