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डीएपी खाद लेने के लिए कतारों में लगने को मजबूर, किसानों ने किया हंगामा

08:02 AM Nov 06, 2024 IST
डीएपी खाद लेने के लिए कतारों में लगने को मजबूर  किसानों ने किया हंगामा
जुलाना कस्बे में मंगलवार को स्थित सरकारी खाद की दुकान पर लगी किसानों की लंबी कतार। -हप्र
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जींद (जुलाना), 5 नवंबर (हप्र)
जुलाना कस्बे में स्थित हेफेड खरीद केंद्र पर किसानों की डीएपी खाद लेने के लिए लंबी कतारें लग रही हैं। किसानों को खाद लेने के लिए घंटों इंतजार करने के बावजूद भी बैरंग लौटने पर मजबूर होना पड़ रहा है। हालात को संभालने के लिए पुलिस भी तैनात की गई। वहीं एक किसान को एक आधार कार्ड पर केवल 5 बैग डीएपी ही दिया जा रहा है। किसानों को भय सता रहा है कि गेहूं की बुवाई के समय उन्हें खाद नहीं मिल पाएगा। सोमवार को जुलाना में केवल 560 बैग ही पहुंचे थे। सूचना पाकर किसान खाद लेने के लिए दौड़े तो कुछ घंटों में खाद खत्म हो गया तो किसानों को बैरंग ही लौटना पड़ा। किसानों ने आरोप लगाया कि हैफेड मैनेजर ने अपने चहेतों को खाद दे दिया तो दूसरी ओर एक दुकानदार को 75 बैग डीएपी खाद दे दिया। किसानों ने रोष प्रकट करते हुए जमकर हंगामा किया। सूचना पाकर जुलाना पुलिस की निगरानी में खाद को बांटा गया। वहीं हैफेड खरीद केंद्र जुलाना के इंचार्ज राजू ने बताया कि किसानों को डीएपी खाद दिया जा रहा है। एक आधार कार्ड पर 5 बैग डीएपी खाद दिया जा रहा है। किसानों को कोई परेशानी नहीं होने दी जा रही है।

किसान महापंचायत में कुरुक्षेत्र पहुंचे

भिवानी (हप्र) : अखिल भारतीय किसान सभा भिवानी से सैकड़ों कार्यकर्ता संयुक्त किसान मोर्चा की किसान महापंचायत के लिए कुरुक्षेत्र पहुंचे। कार्यकर्ताओं का नेतृत्व किसान सभा के जिला प्रधान रामफल देशवाल कर रहे थे। किसान सभा के जिला उप प्रधान कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि राज्य सरकार किसान के धान खरीद सर्मथन मूल्य पर नहीं कर रही है, भिवानी, दादरी का 2023 की खरीफ फसल का बीमा क्लेम 450 करोड़ रुपये का बनता था, जो बाद में 150 करोड़ रुपये की घोषणा की गई थी, अभी इसमें आधा पैसा मिला है और साथ ही इसमें भारी अनियमितता हुई है। उन्होंने कहा कि इसकी निष्पक्ष व स्वतन्त्र जांच होनी चाहिए तथा दोषियों को सजा मिले एवं किसानों को पूरा बीमा क्लेम मिले, पराली के मुद्दे पर राज्य सरकार किसानों को दण्डित करना बंद करें एवं पराली का प्रबन्ध करवाने में किसानों की सहायता करें तथा उनपर की गई पुलिस कार्रवाई वापिस करें।

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