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किसान उतरे सड़क पर, लीपापाेती की तो करेंगे अधिकारियों का घेराव

08:05 AM Jul 12, 2024 IST
कैथल के ढांड में युवा भाकियू प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना किसानों के साथ सीएम के नाम नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते हुए। -हप्र
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कैथल, 11 जुलाई (हप्र)
भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) की ढांड ब्लाक की बैठक ब्लाक प्रधान पिरथी कौल की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में जिलाध्यक्ष गुरनाम सिंह फरल व युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना एडवोकेट ने विशेष तौर पर भाग लिया।
बैठक का संचालन युवा जिलाध्यक्ष विक्रम दुसैण ने किया। बैठक के बाद युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना एडवोकेट के नेतृत्व में जिला कृषि विभाग कैथल के अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए किसान ढांड तहसील कार्यालय में पहुंच कर नायब तहसीलदार ढांड को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन में युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना ने कहा कि भाकियू (चढ़ूनी) सरकार से मांग करती है कि कृषि विभाग के जिला कार्यालय में जिस तरह एक कच्चे कर्मचारी की ओर से डीडीए कैथल की आडियो व लिस्ट व्हाट्सएप ग्रुपों में जारी कर लाखों रुपए की रिश्वत लेने के मामले की पोल खोली गई है, उस पर सरकार व प्रशासन को तत्काल जांच करनी चाहिए, ताकि आमजन को इन भ्रष्ट आधिकारियों से निजात मिल सके। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लाखों रुपए की रिश्वत के आरोप आडियो के माध्यम से सरेआम लगाए जा रहे हैं, वह काफी गंभीर विषय है।
जिन दवाई विक्रेताओं के नाम लिस्ट में दर्शाए गए हैं, उनके खिलाफ भी प्रशासन को सख्त एक्शन लेना चाहिए।
जिलाध्यक्ष गुरनाम फरल ने कहा कि कृषि विभाग के कार्यालय का यह मामला काफी दिनों से सुर्खियों में आया हुआ था, लेकिन प्रमाण के तौर पर किसी को कुछ हासिल नहीं हो रहा था। अब एक कच्चे कर्मचारी ने बड़े अधिकारी की लाखों रुपये के भ्रष्टाचार की पोल खोल दी तो उस अधिकारी ने कच्चे कर्मचारी पर मामला दर्ज करवा दिया। इस मामले में कच्चे कर्मचारी के साथ-साथ जिस अधिकारी पर आरोप लगे हैं, उसके खिलाफ भी तुरंत मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
जिस कर्मचारी ने यह पूरा मामला उजागर किया है वह पिछले कई साल से कृषि विभाग कार्यालय मे तैनात है। कर्मचारी की प्रोपर्टी की जांच की जाए और जिला कृषि अधिकारी व कर्मचारी के मोबाइल फोन की काल डिटेल निकलवाकर जांच में शामिल की जाए।
उन्होंने कहा कि पूरे जिले में पेस्टीसाइड व नकली दवाई विक्रेताओं के सैंपल लेकर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में किसानों को इनके शोषण से बचाया जा सके। इस मामले मे विशेष जांच दल गठित करके उससे जांच सौंपी जानी चाहिए।
अगर इस मामले की जांच में लीपा-पोती की गई तो भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) कृषि विभाग कार्यालय कैथल का घेराव कर धरना, प्रदर्शन करने से पीछे नहीं हटेगी।
प्रदर्शन में किसान चमेल सिंह पबनावा, राजेंद्र पबनावा, परमजीत फरल, भीम सिंह खनौदा, गुरनाम हजरा, ओमप्रकाश चदंलाना, स्वर्ण सिंह, निर्मल सिंह, किरणपाल राणा, कर्मवीर शर्मा, दलीप कौल, जगदीश गुर्जर, सुभाष मास्टर सहित कई किसान उपस्थित थे।

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