मान मनौवल पर किसान नरम
आतिश गुप्ता/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 19 अक्तूबर
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) पंजाब के नेतृत्व में यहां किसान भवन में शुक्रवार से डटे किसानों, मजदूरों, आढ़तियों और शैलर मालिकों ने शनिवार को मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के न्योते पर उनके साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने उनकी मांगें मानते हुए दो दिन में समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। वहीं, किसान नेताओं ने मुख्यमंत्री को इसके लिए चार दिन की मोहलत दी। उन्होंने कहा कि यदि चार दिन में मंडियों में धान की खरीद सुचारू रूप से शुरू नहीं हुई तो मोर्चा 23 अक्तूबर को अगले संघर्ष का ऐलान करेगा। मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद किसानों ने पंजाब भवन में धरना समाप्त कर दिया। करीब तीन घंटे तक चली बैठक में कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा और लाल चंद कटारूचक भी मौजूद रहे। एसकेएम नेता बलबीर सिंह राजेवाल, हरमीत सिंह कादियां, लखविंदर सिंह लक्खोवाल, रमिंदर सिंह पटियाला, राजेश तुली, सन्नी और रविंदर सिंह चीमा के नेतृत्व में करीब ढाई दर्जन संगठनों के नेता बैठक में शामिल हुए। किसान नेताओं ने धान के सीजन के दौरान मंडियों में आ रही समस्याओं पर प्रकाश डाला। किसान नेता रमिंदर सिंह पटियाला ने कहा कि एसकेएम ने राज्य सरकार को 23 अक्तूबर तक का समय दिया है। उस दिन मंडियों में धान खरीद व्यवस्था की दोबारा समीक्षा की जाएगी, अगर कहीं कोई समस्या हुई तो एसकेएम फिर से संघर्ष का ऐलान करेगा। सीएम मान ने कहा कि राज्य की विरोधी ताकतें मामले के राजनीतिकरण की कोशिश कर रही हैं। पंजाब सरकार के पास पूरे प्रदेश में धान मिलिंग के लिए प्लान बी तैयार है।
‘धरने जारी रहेंगे’
भाकियू (एकता-उगराहां) ने पंजाब में टोल प्लाजों और राजनेताओं के घरों के बाहर चल रहे धरने जारी रखने का ऐलान किया है।