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प्रदर्शनी भारतीय संविधान के इतिहास को समर्पित : मुख्यमंत्री

06:56 AM Nov 27, 2024 IST
प्रदर्शनी भारतीय संविधान के इतिहास को समर्पित   मुख्यमंत्री
कुरुक्षेत्र में प्रदर्शनी का अवलोकन करते मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी। -हप्र
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कुरुक्षेत्र, 26 नवंबर (हप्र)
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विश्वविद्यालय के क्रश हॉल में संविधान प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने क्रश हॉल में आयोजित प्रदर्शनी का गहनता से अवलोकन करते हुए कहा कि यह प्रदर्शनी भारतीय संविधान के निर्माण के इतिहास को समर्पित है। उन्होंने विधि विभाग के छात्रों से बातचीत कर प्रदर्शनी पैनलों पर संविधान संबंधी विशेष जानकारी छात्रों के माध्यम से हासिल की। इसके अतिरिक्त ललित कला विभाग के छात्रों द्वारा प्रदर्शनी स्थल पर बनाई गई रंगोली एवं संविधान सेल्फी प्वाइंट पर फोटो खिंचवाकर मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी के प्रति अपने भावों को अभिव्यक्त किया। इस मौके पर ललित कला विभाग के छात्रों द्वारा 10 से अधिक पैनलों पर संविधान को समर्पित पोस्टर प्रदर्शनी की सराहना की।
लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा सरकार के सूचना जनसम्पर्क एवं भाषा निदेशालय तथा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावाधान में क्रश हाल में 40 से अधिक पैनल आकर्षण का केन्द्र रहे। इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का केयू परिसर में पहुंचने पर लोक पारम्परिक तरीके से स्वागत किया गया। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अध्ययन कर रहे नेपाल, बांग्लादेश, अफ्रीका, कीनिया, मोजाम्बिक, तंजानिया आदि देशों के विद्यार्थियों ने भारतीय झंडा लेकर मुख्यातिथि का स्वागत किया।
कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने बताया कि संविधान निर्माण कमेटी के 289 सदस्यों में 3 सदस्यों का संबंध हरियाणा से रहा है। भारत ने फ्रांस, इंग्लैंड, अमेरिका आयरलैंड आदि 40 से अधिक देशों के संविधान से विशेष विशेषताओं को अंगीकृत किया है, जिनमें मौलिक अधिकार भी शामिल हैं। सुचेता कृपलानी, एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी और स्वतंत्र भारत की पहली महिला जिन्होंने संविधान सभा में महिलाओं के अधिकारों, सामाजिक न्याय और समानता से जुड़े मुद्दों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। चौधरी रणबीर सिंह हरियाणा के एक प्रमुख नेता और संविधान सभा के सक्रिय सदस्य थे। वे ग्रामीण भारत का प्रतिनिधित्व करने और किसानों व मजदूरों के अधिकारों की वकालत करने के प्रति समर्पित थे। सरदार बलदेव सिंह, जो स्वतंत्र भारत के पहले रक्षा मंत्री थे, ने भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका दृष्टिकोण स्वतंत्र भारत के समावेशी और मजबूत लोकतंत्र की नींव रखने में सहायक बना।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भारत का संविधान दिवस थीम पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में मूट कोर्ट प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार समीर बीए एलएलबी (ऑनर्स), इशिका बीए एलएलबी (ऑनर्स) तीसरा सेमेस्टर व वर्धन बीए एलएलबी (ऑनर्स) तीसरे सेमेस्टर को दिया। सर्वश्रेष्ठ शोधकर्ता में पार्थ बीए एलएलबी (ऑनर्स) पांचवां सेमेस्टर, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार बीए एलएलबी (ऑनर्स) सातवें सेमेस्टर की डिक्सी ने प्राप्त किया। संविधान और नीति पर आयोजित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में विधि विभाग की अनुपमा, मंदीप ने पुरस्कार प्राप्त किया। पेंटिंग प्रतियोगिता में ललित कला विभाग की मनीषा रानी, स्वीटी पटलान, निखिल कुमार, राहुल नायक व ख़ुशी ने पुरस्कार प्राप्त किया। विश्वविद्यालय सीनियर सेकेंडरी मॉडल स्कूल में आयोजित भाषण प्रतियोगिता में ख़ुशी ने कविता प्रतियोगिता में भवदीप सिंह ने, पेंटिंग में इशांत, कार्ड मेकिंग में प्रांजल ने व निबंध लेखन में वंशिका ने पुरस्कार प्राप्त किया।

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