विधायक राजेश जून से मिले पूर्व सैनिक, सार्वजनिक सेवा सुधारने की मांग रखी
बहादुरगढ़, 22 अक्तूबर (निस)
पूर्व सैनिक संगठन बहादुरगढ़ के एक प्रतिनिधि मंडल ने विधायक राजेश जून से मिलकर उनकी सार्वजनिक सेवाओं में सुधार करने की मांग उठाई है। सीएसडी कैंटीन व ईसीएचएस डिस्पेंसरी के लिए एक ही परिसर में नए भवन बनवाने की मांग की गई। विधायक राजेश जून ने पूर्व सैनिकों को इन मांगों को पूरी करवाने का आश्वासन दिया। पूर्व सैनिक संगठन का प्रतिनिधिमंडल प्रधान श्रीनिवास छिकारा के नेतृत्व में विधायक राजेश जून से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने विधायक को बताया कि बहादुरगढ़ में 6 हजार से अधिक पूर्व सैनिक परिवार रहते हैं। इन परिवारों को काफी समय से सीएसडी कैंटीन व ईसीएचएस क्लीनिक के छोटे भवनों और इन सेवा केन्द्रों के पास वाहन पार्किंग की सुविधा न होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ये दोनों सेवा केन्द्र किराए के भवनों में चल रहे हैं और दोनों एक दूसरे से काफी दूरी पर स्थित हैं, जिससे पूर्व सैनिकों व उनके परिजनों को कठिनाई होती है। वाहन पार्किंग के लिए भी यहां कोई व्यवस्था नहीं है जिससे यहां आने वाले पूर्व सैनिकों व उनके परिजनों को परेशानी का अधिक सामना करना पड़ता है। वाहन सड़कों के बीच तक खड़े करने पड़ते हैं। हादसा होने की आशंका रहती है। इसलिए पुराने कोर्ट परिसर के निकट उपलब्ध सेना की जमीन में सीएसडी कैंटीन और ईसीएचएस क्लीनिक के सुविधा युक्त नए भवन बनाए जाने चाहिए। ये सेवा केन्द्र एक ही परिसर में रहेंगे तो पूर्व सैनिक परिवारों को इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। पूर्व सैनिकों ने यह भी बताया कि बहादुरगढ़ में सैनिक विश्राम गृह का भवन काफी पहले बनकर तैयार हो चुका। लेकिन उसको अभी तक सैनिकों की सुविधा के लिए नहीं खोला गया है। जिससे क्षेत्र में आने वाले सैनिकों को सुविधा नहीं मिल पाती। इसको जल्द ही सैनिकों के लिए खोला जाए। विधायक ने पूर्व सैनिकों के हाथों पूर्व सैनिक संगठन की टोपी पहनी और पूर्व सैनिकों का अभिनंदन करते हुए बताया कि वह भी सेना में थे और पूर्व सैनिक होने के नाते पूर्व सैनिकों का हृदय से सम्मान करते हैं। संगठन के उपाध्यक्ष महेंद्र सांखोल, संयोजक धर्मवीर कादयान, सचिव रणधीर तूर, कप्तान अनिल व सीताराम, सूबेदार श्रीभगवान व रामकुमार, सूबेदार मेजर राम दिया, हवलदार तारीफ सिंह, नायक सुरेंद्र, नेवल धनराज तहलान व विजेंद्र सिंह सहित काफी संख्या में पूर्व सैनिक इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहे।