देश में तंबाकू जनित रोगों से हर साल हो जाती हैं 17 लाख मौतें
सफीदों, 28 मार्च (निस)
हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के आला अधिकारियों के निर्देश पर विभाग के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी डा. अशोक कुमार वर्मा ने आज सफ़ीदों के गांव मुवाना की आईटीआई में आयोजित जागरूकता शिविर में कहा कि तम्बाकू व्यक्ति को जानलेवा रोग देता है। उन्होंने सरकारी सर्वेक्षण के आंकड़ों के हवाले से बताया कि देश में तंबाकू जनित रोगों से हर साल 17 लाख लोग मर जाते हैं। नशे के विरुद्ध इस एक-दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम में मेजबान विद्यार्थियों के अलावा संस्थान के प्राचार्य बलकार सिंह, प्रशिक्षक कमलदीप, योगेश, अजय, विकास, सचिन और विमी विशेष रूप से मौजूद रहे। इसमें 110 प्रतिभागी विद्यार्थियों ने भाग लिया।
डा. अशोक वर्मा ने युवाओं को जीवन में नशा न करने की शपथ दिलायी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा 1985 में नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटांस एक्ट बनाया गया था। इसके अंतर्गत अफीम, भांग, गांजा, चरस, हेरोइन, स्मैक, चिट्टा, एलएसडी, नशीली गोलियां, नशीले टीके आदि पर संपूर्ण भारत में प्रतिबंध लगाया गया है। कोई भी व्यक्ति एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत इन मादक पदार्थों एवं नशीली औषधियों का न तो सेवन कर सकता है, न अपने पास रख सकता है, न क्रय-विक्रय कर सकता है और न ही ऐसे किसी कार्य में सहयोग कर सकता है।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा वर्ष 2016 में एक सर्वेक्षण करवाया गया था। इस सर्वेक्षण में यह तथ्य सामने आए हैं कि भारत के 256 जिले पूर्ण रूप से ड्रग्स से प्रभावित हैं और हरियाणा के उस समय 12 जिले प्रभावित थे।
डा. वर्मा ने आगे कहा कि प्रतिबंधित नशे के साथ-साथ बीड़ी, सिगरेट तंबाकू और मदिरा स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक घातक है। उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों पर दृष्टिपात करते हुए कहा कि पूरे विश्व में एक वर्ष में तंबाकू जनित रोगों से मरने वाले लोगों की औसत 70 लाख है जबकि भारत में यह आंकड़ा 17 लाख प्रतिवर्ष है। उन्होंने युवाओं को बताया कि प्रत्येक 4 सेकंड में एक व्यक्ति धूम्रपान और तंबाकू के कारण मरता है।