7 बार की विफलता भी नहीं रोक पायी सौरव का दृढ़ निश्चय, बने लेफ्टिनेंट
भिवानी, 30 अक्तूबर (हप्र)
कौन कहता है आसमां में छेद नहीं होता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो। इस कहावत को चरित्रार्थ कर दिखाया है गांव गुजरानी निवासी सौरव कसाना ने, जिन्होंने लगातार 7 बार की विफलता के बाद भी भारतीय नौसेना में भर्ती होने की उम्मीद नहीं छोड़ी तथा अब 8वीं बार में नौसेना में लेफ्टिनेंट के पद भर्ती होकर देश की सेवा करने की तरफ अपने कदम बढ़ाए हैं।
सौरव कसाना के लेफ्टिनेंट बनने पर गांव गुजरानी में खुशी का माहौल है तथा उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। हमारा अपना फाउंडेशन के सैनिक प्रकोष्ठ अध्यक्ष महेश चौहान ने बताया कि सौरव कसाना मेहनत एवं ढृढ़ निश्चय की एक मिसाल अन्य युवाओं के लिए बने हैं। चौहान ने कहा कि जब सौरव कसाना घर पहुंचेंगे तो हमारा अपना फाउंडेशन सैनिक प्रकोष्ठ व राष्ट्रीय सम्मान ट्रस्ट उन्हें सम्मानित करेगा।