गुणों से मूल्यांकन
एंड्रयू कार्नेगी अपने शुरुआती दिनों में ही अमेरिका चले गए थे। वहां छोटे-मोटे काम करने के बाद वे ऐसी कंपनी के मालिक बन गए जो अमेरिका में स्टील बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी थी। एक दिन कार्नेगी के पास एक व्यक्ति आया और उनसे पूछा कि आप लोगों से किस तरह से पेश आते हैं? कार्नेगी ने जवाब दिया कि लोगों से पेश आना सोने की खुदाई करने के तरीके जैसा ही है। जब सोने की खुदाई की जाती है तो एक तोला सोना निकालने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है। इसके लिए काफी मिट्टी खोदी जाती है। लेकिन जब भी सोने की खुदाई हो रही होती है तो कोई यह ध्यान नहीं देता है कि कितनी मिट्टी निकाली जा चुकी है या फिर निकाली जानी है। सभी का ध्यान इसी पर होता है कि सोना कितनी खुदाई के बाद निकलेगा। सभी का ध्यान लक्ष्य की तरफ होता है। इसी तरह हर व्यक्ति में कमियां होती हैं, लेकिन कमियों पर ध्यान देने की बजाय उनके अच्छे कामों पर ध्यान देना चाहिए और यह देखना चाहिए कि वह अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए कामों को कितने बेहतर तरीके से कर पा रहा है।
प्रस्तुति : निशा सहगल